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पश्चिम बंगाल के तीन जिलों - दक्षिण 24 परगना, हुगली और हावड़ा में आने वाली 31 विधानसभा क्षेत्रों के लिए तीसरे चरण का मतदान मंगलवार को छुटपुट हिंसा के बीच तेजी से दर्ज हुआ। चुनाव आयोग के आंकड़े के मुताबिक, 27 मार्च और 1 अप्रैल को क्रमश: पहले और दूसरे चरण में हुए मतदान के मुकाबले तीसरे चरण में 12 बजे तक 34.71 प्रतिशत मतदान दर्ज किया गया।
हुगली के गोघाट से हिंसा की खबरें आई हैं। यहां बीजेपी ने आरोप लगाया है कि पार्टी में शामिल एक कार्यकर्ता की मां को कल रात कथित तौर पर तृणमूल के कुछ गुंडों ने मार डाला है। इसी तरह से तृणमूल कांग्रेस ने आरोप लगाया है कि दक्षिण 24 परगना के सास्ता, दजीरा, बाबुलडांगा और डायमंड हार्बर के विभिन्न बूथों में लोगों को वोट देने की अनुमति नहीं दी जा रही है। 7 निर्वाचन क्षेत्र के लिए चुनाव लड़े जाने वाले हुगली जिला में सबसे अधिक 17.35 प्रतिशत मतदान हुआ है। इसके बाद 8 निर्वाचन क्षेत्रों वाले हावड़ा जिले में 15.52 प्रतिशत मतदान हुआ है, जबकि 16 निर्वाचन क्षेत्रों वाले दक्षिण 24 परगना में मतदान के शुरुआती तीन घंटे में सबसे कम 12.81 फीसदी वोटिंग दर्ज हुई है।
मंगलवार की सुबह चुनाव आयोग ने तृणमूल नेता गौतम घोष के घर पर तीन ईवीएम और चार वीवीपीएटी मशीनें पाए जाने के बाद एक सेक्टर अधिकारी को निलंबित कर दिया। खबरों के मुताबिक, उलुबेडिय़ा सीट में सेक्टर 17 के प्रभारी व सेक्टर अधिकारी तपन सरकार अपने किसी परिजन के घर में रात भर रूके हुए थे। बताया जा रहा है कि वह गौतम घोष के ही घर पर थे। सरकार के यहां पाई गईं ईवीएम और चार वीवीपीएटी मशीनें उनके रिजर्व स्टॉक का हिस्सा थीं। आयोग ने कहा है कि मंगलवार को वोटिंग के लिए इन मशीनों का उपयोग नहीं किया जाएगा। इन तीन क्षेत्रों में 31 विधानसभा क्षेत्रों के लिए संघर्ष जारी है।
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