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कांग्रेस ने पश्चिम बंगाल में चुनावों के अगले चार चरणों में अपने अभियान को तेज करने का फैसला किया है क्योंकि पार्टी को लगता है कि यहां उनकी पकड़ अच्छी है। ऐसा इसलिए क्योंकि यहां अल्पसंख्यकों की अधिकता है। अगले चरणों में जिन जिलों में मतदान होने वाले हैं, उनमें मुर्शिदाबाद, मालदा, उत्तर दिनाजपुर और उत्तर बंगाल के अन्य भाग शामिल हैं, जहां पिछले विधानसभा चुनावों में कांग्रेस को अच्छे परिणाम मिले थे।
मुर्शिदाबाद और मालदा में पार्टी की पकड़ इसलिए मजबूत है क्योंकि यहां दिवंगत रेल मंत्री अब्दुल गनी खान चौधरी के परिवार का काफी प्रभाव है, हालांकि अब उनका परिवार टीएमसी और कांग्रेस पार्टी में बंट गया है। राज्य में कांग्रेस के पर्यवेक्षक बी. के. हरिप्रसाद ने बागडोगरा से बात करते हुए कहा, इलाके में हमारा ध्यान हमारे मतदानों को पार्टी के खेमे में वापस लाना है और आखिरी के चार चरण पार्टी के लिए काफी महत्वपूर्ण है।
राज्य में भाजपा और तृणमूल के बीच जारी जंग में कांग्रेस ने अपनी जगह बनाने और मतदाताओं को आकर्षित करने के लिए कमर कस ली है। पश्चिम बंगाल के कांग्रेस सचिव प्रभारी, बी.पी. सिंह ने सिलीगुड़ी से बोलते हुए कहा, वाम दलों और आईएसएफ (भारतीय धर्मनिरपेक्ष मोर्चा) के साथ हमारा गठबंधन मजबूत है और राहुल गांधीजी बुधवार को गोलपोखरा और नक्सलबाड़ी में पार्टी के लिए प्रचार करेंगे। टीएमसी और वाम-कांग्रेस गठबंधन के बीच वोटों के विभाजन से सावधान होकर पार्टी बड़ी ही चतुराई से खुद को चुनाव में पेश कर रही है, ताकि वह लड़ाई में बनी रही और पार्टी के नेता इस बात को सुनिश्चित करें कि कांग्रेस-वाम गठबंधन ग्रामीण क्षेत्रों में अच्छा प्रदर्शन करें।
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