पश्चिम बंगाल के राज्यपाल जगदीप धनखड़ राज्य में कानून-व्यवस्था की स्थिति को लेकर काफी नाराज हो गए हैं। उन्होंने मुख्य सचिव और पुलिस महानिदेशक द्वारा चुनाव के बाद हुई हिंसा के संबंध में कानून-व्यवस्था की स्थिति से अवगत नहीं कराने के लिए नाराजगी जतायी है। राज्यपाल ने मुख्य सचिव अलपन बंदोपाध्याय और पुलिस महानिदेशक वीरेंद्र को पश्चिम बंगाल में कानून-व्यवस्था की स्थिति से अवगत कराने के लिए शनिवार शाम राजभवन बुलाया था।

राज्यपाल ने दोनों अधिकारियों से मुलाकात के बाद धनखड़ ने ट्वीट किया, ''दुर्भाग्यपूर्ण है कि दोनों अधिकारी मांगी गयी रिपोर्ट के साथ नहीं आए। उन्हें बिना किसी देरी के रिपोर्ट देने का निर्देश दिया गया। इस तरह का रुख बहुत पीड़ादायक है।'' इससे पहले, धनखड़ ने ट्वीट किया था कि गृह सचिव ने राज्य के पुलिस महानिदेशक और कोलकाता पुलिस आयुक्त की रिपोर्ट उन्हें नहीं भेजी हैं।
उन्होंने ट्वीट किया था, ''मुख्य सचिव को आज शाम सात बजे से पहले मुझसे मुलाकात करने को कहा गया है, क्योंकि गृह विभाग के एसीएस (अतिरिक्त मुख्य सचिव) ने चुनाव के बाद हिंसा के संबंध में कानून एवं व्यवस्था पर स्थिति रिपोर्ट पेश नहीं की।''

उन्होंने कहा, ''संवैधानिक व्यवस्थाओं से (मुख्यमंत्री) ममता (बनर्जी) के प्रशासन का दूर जाना दुर्भाग्यपूर्ण है और इसे नजरअंदाज नहीं किया जा सकता।'' धनखड़ ने लिखा, ''राज्य चुनाव के बाद हिंसा की सबसे गंभीर स्थिति से गुजर रहा है, लेकिन संवैधानिक प्रमुख को कोई जानकारी नहीं दी गई। इसकी बिल्कुल अपेक्षा नहीं थी।''
पश्चिम बंगाल में विधानसभा चुनाव के नतीजे आने के बाद व्यापक पैमाने पर हिंसा हुई है। मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने कहा कि राज्य के विभिन्न हिस्सों में चुनाव बाद हिंसा में अलग-अलग दलों के 16 लोगों की मौत हो गयी है। राज्य में चुनाव बाद हिंसा के कारणों का पता लगा रही केंद्रीय गृह मंत्रालय की चार सदस्यीय टीम ने राजभवन में धनखड़ से मुलाकात की थी।