पश्चिम बंगाल में चुनावी पारा चढ़ चुका है और नेता अखाड़ों में उतर चुके हैं। इसके साथ ही चुनाव दिलचस्प हो चुका है। भाजपा ने राज्य की सत्ता से इसबार के चुनाव में ममता बनर्जी को हटाने के लिए पूरी ताकत लगा दी ह। इसी के साथ ही शुभेंदु अधिकारी ने ममता बनर्जी को खुली चुनौती दे डाली है। उन्होंने दावा किया है कि वो नंदीग्राम में ममता को हराएंगे। मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने कुछ दिन पहले यह ऐलान किया था कि वे कभी उनके करीबी रहे शुभेंदु अधिकारी के गढ़ नंदीग्राम से भी विधानसभा का चुनाव लड़ेंगी।


हाल में तृणमूल कांग्रेस से भारतीय जनता पार्टी में शामिल हुए शुभेंदु अधिकारी ने कहा- "हमने किसी दिन बताया कि सीपीआईएम ने 2 लाख 3 हजार करोड़ का ऋण लिया है, लेकिन दीदी को क्या पता था? उसने 4 लाख 60 हजार करोड़ रुपए का कर्ज लिया। मैं ममता बनर्जी को नंदीग्राम से हराऊंगा। अगर पार्टी मुझे नंदीग्राम या किसी और से नामांकन दाखिल करने की अनुमति देती है, लेकिन इस बार कमल का फूल यहां उग जाएगा और यह मेरी जिम्मेदारी है।"गौरतलब है कि चुनाव आयोग की तरफ से चार राज्य और एक केन्द्र शासित प्रदेश के लिए विधानसभा चुनाव की तारीखों का ऐलान किया जा चुका है। पश्चिम बंगाल में इस बार आठ चरणों में विधानसभा चुनाव संपन्न कराया जाएगा।राज्य की 294 विधानसभा सीटों के लिए सभी दल कमर कस कर चुनावी मैदान में आ चुके हैं और धुआंधार कैंपेन कर रहे हैं। 2019 लोकसभा चुनाव के दौरान लोकसभा की कुल  42 में से 18 सीटें जीतने के बाद बीजेपी के हौसले बुलंद है और वह इस बार अपने लिए अवसर देख रही है।बीजेपी ने इस चुनाव में पूरी ताकत लगा दी है और कई केन्द्रीय मंत्रियों को वहां के चुनाव प्रचार अभियान में लगा दिया गया है। हालांकि, लेफ्ट, कांग्रेस और अब्बास सिद्दिकी की इंडियन सेक्युलर फ्रंट के गठबंधन होने से इस चुनाव में उसकी तरफ से भी कड़ी टक्कर दिए की संभावना व्यक्त की जा रही है।