मौसम विभाग के अनुसार अब जल्द ही हाड़ कंपा देने वाली ठंड पड़ने वाली है। हालांकि, फिलहाल राजधानी दिल्ली (Delhi Mausam Samachar) दिसंबर के महीने में कड़कड़ाती ठंड का अभी नामो निशान नहीं है। लेकिन, मौसम विभाग (IMD) ने तो पूर्वी हवाओं के कारण आने वाले कुछ दिनों में न्यूनतम तापमान बढ़ने की भविष्यवाणी कर दी है।

मौसम विभाग के अनुसार शुक्रवार से तापमान में गिरावट शुरू होगी लेकिन वे जल्दी ही शीतलहर आते हुए नहीं देख रहे हैं। दिसंबर का दूसरा हफ्ता खत्म हो रहा है और तापमान सामान्य ही है। IMD के एक वैज्ञानिक ने बताया कि दिल्ली में दिसंबर के पहले दो सप्ताह में शीतलहर नहीं दिखी है और ये पिछले 11 साल से जारी है। 2015 और 2017 में तो दिल्ली में एक भी शीतलहर का दिन नहीं रहा था। IMD के वरिष्ठ वैज्ञानिक आर के जेनामनी ने कहा, 'इस सीजन में अभीतक शीतलहर नहीं आई है और तापमान सामान्य है। 20 दिसंबर के बाद आमतौर पर शीतलहर की स्थिति बनती है। हालांकि 2011 के बाद से राजधानी में शीतलहर नहीं आई है।'

शीतलहर ठंड के मौसम में बनती है जब तापमान कुछ मानकों के साथ न्यूनतम होना शुरू होता है। ये मैदानी इलाके के लिए अलग और पहाड़ी इलाके के लिए अलग होता है। मैदानी इलाके में शीतलहर की घोषणा तब होती है जब न्यूनतम तापमान 10 डिग्री के बराबर या उससे नीचे रहता है। अगर पहला मानक लागू नहीं होता है तो न्यूनतम तापमान 4 डिग्री के कम या बराबर होने पर उसे शीतलहर माना जाता है।

मौसम विभाग के अनुसार, 2011-2020 तक दिसंबर में कुल 24 दिन शीतलहर दर्ज किया गया। 2018 में 8 दिन शीतलहर दर्ज किया गया। 2020 में 6, 2019 में 3, 2013 में दो और 2014 में केवल एक दिन शीतलहर का मौसम दर्ज हुआ।

मौसम विभाग के अनुसार सोमवार को न्यूनतम तापमान 6.8 डिग्री दर्ज किया गया जो सामान्य से दो डिग्री कम था। वहीं, अधिकतम तापमान 22.4 डिग्री दर्ज किया गया जो सीजन के तापमान के मुकाबले एक डिग्री कम था।