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भारत मौसम विज्ञान विभाग ने अपनी मासिक रिपोर्ट में कहा कि इस साल मई माह में सर्वाधिक बारिश हुई जिसने पिछले 121 साल में दूसरे नंबर पर रहने का रिकॉर्ड बनाया है। इसकी वजह लगातार आए दो चक्रवात और पश्चिमी विक्षोभ है। आईएमडी ने यह भी कहा कि भारत में इस बार मई में औसत अधिकतम तापमान 34.18 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया जो 1901 के बाद चौथा सबसे कम तापमान था।
भारत के किसी भी हिस्से में मई में लू नहीं चली। पूरे देश में मई 2021 में 107.9 मिमी बारिश हुई है जो औसत 62 मिमी वर्षा से ज्यादा है। इससे पहले 1990 में सर्वाधिक बारिश (110.7 मिमी) हुई थी। मई में अरब सागर और बंगाल की खाड़ी में चक्रवात आए। अरब सागर में चक्रवात ताउते आया तो बंगाल की खाड़ी में चक्रवात ‘यास’ आया। आईएमडी ने कहा कि 2021 की गर्मियों के तीनों महीनों में उत्तर भारत के ऊपर पश्चिम विक्षोभ की गतिविधियां सामान्य से ज्यादा रही।
उधर मौसम विभाग का कहना है कि जून में कई जगहों पर मानसून समय से पहले ही पहुंच सकता है। इनमें उत्तर और पूर्व के राज्य सबसे आगे हैं। जहां मध्य प्रदेश में मानसून समय से सात दिन पहले पहुंचा, वहीं बिहार में भी आज या कल मानसून की एंट्री का अनुमान लगाया गया है। इस बीच दिल्ली में भी एक दिन पहले प्री-मानसून की बारिश हुई। मौसम विभाग ने शुक्रवार को आसमान में बादल छाए रहने और हल्की बारिश की संभावना जताई है। यहां न्यूनतम और अधिकतम तापमान क्रमश: 29 डिग्री सेल्सियस और 39 डिग्री सेल्सियस रह सकता है।
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