दक्षिण अफ्रीका के हाथों दूसरे क्रिकेट टेस्ट (Ind Vs SA 2nd Test) में चौथे दिन मिली सात विकेट की हार के बाद भारतीय टीम के प्रमुख कोच राहुल द्रविड़ (rahul dravid) ने कहा कि टीम प्रबंधन ऋषभ पंत (Rishabh Pant) के शॉट सेलेक्शन पर उनसे बातचीत करेगा, साथ ही टीम प्रबंधन उनकी नैसर्गिक आक्रमकता का भी समर्थन करता रहेगा। जोहानसबर्ग र्ग टेस्ट की दूसरी पारी में पंत शून्य पर आउट हो गए थे। कैगिसो रबादा (Kagiso Rabada) की गेंद पर वह क्रीज से आगे निकलकर बड़ा शॉट मारने गए, लेकिन गेंद उनके बल्ले का किनारा लेती हुई विकेटकीपर के दस्तानों में पहुंच गई थी।

पंत के इस तरह से शॉट खेलने की काफी आलोचना हुई है जबकि भारत को उनसे उस समय एक अच्छी पारी की जरूरत थी। द्रविड़ (rahul dravid) ने गुरूवार को मैच के बाद प्रेस कांफ्रेंस में कहा, हम जानते हैं कि ऋषभ सकारात्मक होकर खेलता है और इससे उसे थोड़ी सफलता मिली है। लेकिन हां, निश्चित रूप से ऐसा समय आ गया है जब हम उसके साथ बातचीत करना चाहेंगे। बस उस शॉट को खेलने के लिए समय का थोड़ा सा चयन होता है। 

कोच (rahul dravid) ने साथ ही कहा, कोई भी कभी भी ऋषभ (Rishabh Pant) को सकारात्मक खिलाड़ी नहीं बनने, आक्रामक खिलाड़ी नहीं बनने के लिए कहने वाला है, लेकिन कभी-कभी यह ऐसा करने के लिए समय चुनने का सवाल है। मुझे लगता है कि जब आप अभी आते हैं, तो शायद खुद को थोड़ा अधिक समय दे सकते हैं, लेकिन अंत में हम जानते हैं कि हमें ऋषभ (Rishabh Pant) से क्या मिल रहा है। वह वास्तव में सकारात्मक खिलाड़ी है, वह ऐसा व्यक्ति है जो हमारे लिए बहुत जल्दी खेल को बदल सकता है, इसलिए आप स्वाभाविक रूप से उसे उससे दूर नहीं ले जाना चाहते हैं। कभी-कभी सिर्फ यह समझना होता है कि अटैक करने का सही समय क्या है या शायद थोड़े कठिन समय में संभलकर खेलना होता है, जिससे आपका खेल सेट होता है, आपकी पारी आगे बढ़ती है और टीम को पारी बनाने में मदद मिलती है। उन्होंने कहा, वह सीख रहा है। वह एक विशेष तरीके से खेलता है, इसलिए यह हमेशा कुछ ऐसा है जो वह सीखने वाला है, वह सुधार करता रहेगा और बेहतर होता रहेगा।