/fit-in/640x480/dnn-upload/images/2021/11/28/mnp-stop-1638082535.jpg)
टेलीकॉम कंपनी एयरटेल (Airtel) और Vodafone Idea (Vi) ने हाल ही में अपने टैरिफ की कीमतें बढ़ाई है। लेकिन अब Tarrif Plans को लेकर विवाद पैदा हो गया है। इन दोनों ही कंपनियों ने कुछ ऐसे टैरिफ प्लान्स भी यूजर्स के लिए पेश किए जो महंगे तो हैं ही लेकिन साथ ही नंबर पोर्टेबिलिटी (Mobile Number Portability) की सुविधा में भी रोड़ा अटका रहे हैं।
जब भी कोई इच्छुक ग्राहकों नंबर पोर्टेबिलिटी करना चाहता है तो उन्हें मोबाइल नंबर से SMS भेजकर नंबर पोर्टेबिलिटी रिक्वेस्ट को जनरेट करना पड़ता है, ऐसा इसीलिए क्योंकि बिना रिक्वेस्ट जनरेट किए नंबर पोर्ट नहीं हो सकता है।
Vodafone Idea (Vi) और Airtel के कुछ नए टैरिफ प्लान्स में आउटगोइंग SMS की सुविधा ही नही है। आउटगोइंड एसएमएस की सुविधा ना होने के चलते वोडाफोन-आइडिया और एयरटेल के ‘नो आउटगोंइंग SMS’ वाले प्लान्स लेने वाले ग्राहक जो नंबर पोर्ट करने की इच्छा रखते हैं वह जरूरी SMS नहीं भेज सकते हैं।
आइटगोइंग एसएमएस ना भेजने की वजह से यूजर्स के पास बस दो विकल्प बचते हैं, पहला कोई ऐसा महंगा प्लान खरीदा जाए जिसमें SMS की सुविधा हो यानी कंपनी को रीचार्ज पर मौजूदा प्लान की तुलना में मिले एक्स्ट्रा पैसे।
या फिर नंबर पोर्टेबिलिटी का आइडिया छोड़कर अपनी इच्छा के विपरित पुरानी कंपनी के साथ ही बने रहे। Vodafone Idea की बात करें तो कंपनी के 179 रुपये वाले प्लान में एसएमएस की सुविधा है तो अगर ग्राहक नंबर पोर्ट करवाना चाहता है तो उन्हें कम से कम 179 रुपये वाले प्लान से रीचार्ज करना पड़ेगा। ग्राहकों के अधिकारों के लिए लड़ने वाली संस्था टेलीकॉम-वॉचडॉग ने इन कंपनियों की चालबाजी और ग्राहकों के साथ अन्याय करार दिया है।
नो आउटगोंइंग SMS वाले जो प्लान्स हैं उनकी कीमतें कम हैं और इन प्लान्स को आमतौर पर लो इनकम ग्रुप वाले ग्राहक ही इस्तेमाल करते हैं। ट्राई को लिखे पत्र में टेलीकॉम-वॉचडॉग के सेक्रेटरी विक्रम मित्तल ने Vi की शिकायत करते हुए लिखा कि Vodafone Idea ने SMS सर्विस को बड़ी चालाकी से 179 रुपये वाले प्लान में शिफ्ट कर दिया है। ऐसे में कम कीमत वाले टैरिफ प्लान यूज करने वाला कोई यूजर को नंबर पोर्ट करवाने के लिए अतिरिक्त 179 रुपये खर्च करने पड़ेंगे।
आपको बता दें कि सितंबर में इतने करोड़ लोगों ने किया Mobile Number Portability के लिए रिक्वेस्ट TRAI के आंकड़ें बताते हैं कि सितंबर 2021 में 1 करोड़ से ज्यादा टेलीकॉम ग्राहकों ने नंबर पोर्टेबिलिटी के लिए रिक्वेस्ट किया था, ऐसे में टेलीकॉम कंपनियों का ये कदम लाखों ग्राहकों पर सीधा असर डाल सकता है।
फेसबुक, ट्विटर और यूट्यूब पर हमसे जुड़ें |