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वट सावित्री व्रत महिलाओं के लिए खास विशेष महत्व रखता है। अखंड सौभाग्य के लिए महिलाओं का वट सावित्री व्रत रखती है। इस साल ग्रह नक्षत्र के उतार-चढ़ाव के कारण इस साल संशय की स्थिति बन गई थी। आज महिलाएं अखंड सौभाग्य के लिए व्रत रखेंगी और अगले दिन 10 जून को सुबह को वट वृक्ष में सूत्र बांधकर परिक्रमा करेंगी। वट वृक्ष की पूजा के बाद महिलाएं पारण करेंगी।
कुछ महिलाएं 10 जून को ही वट सावित्री का उपवास रखेंगी, उसी दिन परिक्रमा करेंगी और अगले दिन 11 जून शुक्रवार को पारण करेंगी। हिंदू पंचांग के अनुसार, आज 1 बजकर 58 मिनट तक चतुर्दशी है। इसके बाद अमावस्या लग जाएगी। बता दें कि बुधवार को अमावस्या लगने के कारण वट सावित्री व्रत आज भी किया जा सकता है। उदया तिथि में व्रत को रखना व पूजा-अर्चना करना उत्तम माना जाता है।
सूर्य ग्रहण
जानकारी के लिए बता दें कि 10 जून को वट सावित्री व्रत के साथ साल का पहला सूर्य ग्रहण भी लगेगा। यह ग्रहण दोपहर 1 बजकर 42 मिनट से शुरू होगा, जबकि शाम 06 बजकर 41 मिनट पर समाप्त होगा। ग्रहण के दौरान पूजा-अर्चना की मनाही होती है। ऐसे में महिलाएं संशय में हैं कि 10 जून को वट पूजा करें या नहीं। बता दें कि 10 जून को लगने वाला सूर्य ग्रहण भारत में नजर नहीं आएगा। इस वजह से देश में सूतक काल मान्य नहीं होगा।
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