/fit-in/640x480/dnn-upload/images/2023/02/12/varun-gandhi-1676190387.png)
नई दिल्ली। आजकल भारतीय जनता पार्टी से सांसद वरुण गांधी के राजनीतिक भविष्य को लेकर चर्चा लगातार हो रही है. उनके द्वारा भाजपा छोड़कर कांग्रेस और समाजवादी पार्टी में जाने की अटकलें लग रही हैं. लेकिन इस बीच अब वरुण गांधी ने मोदी सरकार में मंत्री पद नहीं मिलने बात को लेकर बड़ा खुलासा किया है. आपको बता दें कि वरुण गांधी लगातार 3 बार से सांसद हैं, परंतु इसके बावजूद उनके पास कोई मंत्री पद नहीं है.
यह भी पढ़ें : कितनी कमाई करते हैं बाघेश्वर धाम वाले बाबा, खुद किया इतना बड़ा खुलासा
मिला मंत्री बनने का ऑफर
वरुण गांधी ने कहा है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के दोनों टर्म के दौरान उन्हें मंत्री बनने का ऑफर मिला था, लेकिन उन्होंने खुद नहीं लिया. उन्होंने कहा कि मैंने दोनों बार मंत्री पद ठुकराया है, परंतु इस बारे में लोगों को जानकारी नहीं है.
कोई नहीं हुआ वरुण से नाराज
वरुण गांधी ने यह भी कहा कि मंत्री पद ठुकराने की वजह से किसी को भी बुरा नहीं लगा था. क्योंकि यदि आप किसी बात को सम्मानपूर्वक कहते हैं और उनका सम्मान बनाए रखते हैं तो वो किसी को बुरी नहीं लगती है. लेकिन आपकी बात में कोई तर्क होना चाहिए.
यह भी पढ़ें : पाकिस्तान के जावेद मियांदाद के बिगड़े बोल, भारत मैच हारा तो गायब हो जाएंगे पीएम मोदी
मंत्री बनते तो इस काम पर करते फोकस
वरूण गांधी का कहना है कि यदि वो शिक्षा मंत्री बनाए जाते तो सबसे पहले पाठ्यक्रम में बदलाव करते और इसके साथ ही टीचर्स की संख्या को बढ़ाते हुए लोगों को कुशल बनाने पर पैसा खर्च करते. उनके मुताबिक दक्षिण कोरिया में 94 फीसदी लोग कुशल हैं, वहीं, भारत में यह संख्या सिर्फ 4 प्रतिशत है. वरुण गांधी ने यह भी कहा कि वो देश में दक्षिण कोरिया और जर्मनी की तरह वोकेशनल एजुकेशन में वृद्धि करते और सरकारी नौकरियों की संख्या बढ़ाने की कोशिश करते.
फेसबुक, ट्विटर और यूट्यूब पर हमसे जुड़ें |