/fit-in/640x480/dnn-upload/images/2021/02/08/01-1612774379.jpg)
चमौली जिले के रैणी गांव में ग्लेशियर टूटकर ऋषिगंगा नदी में गिरने पूरे इलाके में बाढ़ आ गई है। जिससे बड़ी संख्या में तबाही हुई है। अब इस बाढ़ के प्रभाव को देखते हुए उत्तरप्रदेश सरकार ने गंगा किनारे के इलाके में 1000 किमी तक हाईएलर्ट जारी किया है। उत्तरप्रदेश सरकार ने गंगा किनारे के अधिकांश हिस्सों को खाली करा लिया है। बता दें मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने अभी हाल में चिंता जाहिर करते हुए कहा था कि गंगा नदी में अलकनंदा नदी भी मिलती है इसलिए गंगा के किनारों का विशेष ध्यान रखा जाए।
बता दें उत्तराखण्ड में ग्लेशियर टूटने के बाद आई बाढ़ के बाद उत्तरप्रदेश सरकार ने भी इसे गंभीरता से लिया है और सरकार ने यूपी के गंगा किनारे स्थित 11 मंडलों और 27 जिलों को हाईएलर्ट पर रखा है। सरकार ने इन जिले के जिलेधिकारियों समेत कई वरिष्ठ अधिकारियों को एलर्ट कर दिया है और इन्हें गंभीरता से नजर बनाए रखने के लिए कहा है। पुलिस अधिकारी भी लगातार निगरानी बनाए हुए हैं। बता दें इस पूरी घटना के बाद उत्तरप्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा है कि उनकी सरकार उत्तराखण्ड सरकार की हरसंभव आवश्यक मदद देने के लिए तैयार है। उन्होंने कहा है कि उनकी सरकार पीड़ित परिवारों के साथ खड़ी है और इन नागरिकों के प्रति हमारी संवेदना है।
बता दें अभी तक उत्तराखंड के चमोली जिले में प्राकृतिक आपदा से भारी तबाही मची। इस घटाना में अब तक 19 लोगों के मारे जाने की खबर है वहीं बड़ी संख्या में लोग घायल हुए है। जबकि 203 लोग लापता हैं। चमोली जनपद में ग्लेशियर फटने से ऋषिगंगा नदी में अचानक जबरदस्त सैलाब आने के कारण 2 पॉवर प्रोजैक्ट पूरी तरह क्षतिग्रस्त हो गए और वहां काम करने वाले लगभग 125 अधिक मजदूर लापता हैं।
फेसबुक, ट्विटर और यूट्यूब पर हमसे जुड़ें |