अमेरिका ने आशंका जताई है कि विद्रोही संगठन 1-3 महीने में राजधानी काबुल पर कब्जा कर सकता है। यह अमेरिकी इंटेलिजेंस की ओर से पहले लगाए गए अनुमानों से काफी पहले हो सकता है। अमेरिकी अधिकारियों के हवाले से वॉशिंगटन पोस्ट ने यह खबर दी है। 

अखबार की रिपोर्ट के मुताबिक, अफगानिस्तान में जून के मुकाबले स्थिति काफी बदतर हो गई है। जून में अमेरिकी इंटेलिजेंस ने अनुमान लगाया था कि अमेरिकी सैनिकों की वापसी के 6-12 महीनों के बाद तालिबान का काबुल पर नियंत्रण हो सकता है। ताजा इंटेलिजेंस इनपुट की जानकारी रखने वाले सूत्र ने अखबार से कहा, सबकुछ गलत दिशा में जा रहा है। विदेशी सुरक्षाबलों की वापसी के साथ अफगानिस्तान सरकार और तालिबान के बीच जंग तेज हो गई है। 

तालिबान ने ग्रामीण इलाकों के बड़े हिस्से पर कब्जा के बाद बड़े शहरों पर हमले तेज कर दिए हैं। वॉइट हाउस की प्रवक्ता जेन पसाकी ने मंगलवार को कहा कि यह जरूरी नहीं है कि तालिबान काबुल या पूरे अफगानिस्तान पर कब्जा कर ले। तालिबान ने उत्तरपूर्वी अफगानिस्तान के बदख्शां प्रांत पर कब्जा करने का दावा किया है। तालिबान ने बयान जारी कर दावा किया है कि उसने बदख्शां प्रांत की राजधानी फायजाबाद पर कब्जा कर लिया है। तालिबान ने शहर में स्थित प्रशासनिक इमारत, पुलिस मुख्यालय, स्थानीय खुफिया विभाग, और अन्य इमारतों पर कब्जा करने का दावा किया है। पझवोक समाचार एजेंसी ने एक अधिकारी के हवाले से बताया कि तालिबान आतंकवादियों ने प्रात की राजधानी समेत इसके लगभग सभी क्षेत्र पर नियंत्रण कर लिया है। बदख्शां अफगानिस्तान का 9वां प्रांत है, जिस पर तालिबान ने एक हफ्ते से भी कम समय में कब्जा करने का दावा किया है।