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मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने 'विकास और विश्वास' पर ध्यान केंद्रित करते हुए 'इरादे नेक काम अनेक' नारे से 2022 के उत्तर प्रदेश चुनाव अभियान की शुरुआत की।
अगर 2022 में बीजेपी की सरकार बनती है, तो मुख्य फोकस COVID-19, किसानों, बेरोजगारी से निपटने और माफिया के खिलाफ कार्रवाई पर होगा।
राज्य सरकार गरीबों के लिए जुड़वां योजनाओं के तहत मुफ्त राशन पर भी प्रकाश डालेगी। इसके अलावा, पीएम गरीब कल्याण अन्न योजना, जिसे नवंबर तक बढ़ा दिया गया है। योगी सरकार ने जून में मुफ्त राशन वितरण के लिए अपनी अतिरिक्त योजना शुरू की।
इस बीच, समाजवादी पार्टी के प्रमुख अखिलेश यादव ने हाल ही में दावा किया कि उनकी पार्टी चुनावों में 351 सीटें जीतेगी और भाजपा का सफाया हो जाएगा। सत्तारूढ़ दल पर अपना संकल्प पत्र कचरे में फेंकने का आरोप लगाते हुए यादव ने कहा कि भाजपा द्वारा जनता को दिखाए गए सपने पूरे नहीं हुए।
उन्होंने आगे दावा किया कि अगर भगवा पार्टी जनता को गुमराह करके 324 सीटें जीत सकती है, तो समाजवादी पार्टी विकास के मुद्दे पर 351 सीटें क्यों नहीं जीत सकती।
इस बीच, भाजपा प्रमुख जेपी नड्डा अगले साल होने वाले विधानसभा चुनावों की तैयारियों पर चर्चा करने के लिए उत्तर प्रदेश के पार्टी सांसदों से मिलेंगे। उत्तर प्रदेश से भाजपा के लोकसभा और राज्यसभा सदस्य बैठक में योगी आदित्यनाथ, भाजपा की राज्य इकाई के प्रमुख स्वतंत्र देव सिंह, राज्य महासचिव (संगठन) सुनील बंसल और राष्ट्रीय उपाध्यक्ष और प्रभारी राधा मोहन सिंह और सह- प्रभारी बैठक में मौजूद रहेंगे।
28 जुलाई को नड्डा पश्चिमी उत्तर प्रदेश, ब्रज और कानपुर क्षेत्र के सांसदों के साथ बैठक करेंगे। 29 जुलाई को नड्डा अवध, काशी और गोरखपुर क्षेत्र के पार्टी सांसदों से बातचीत करेंगे। आईएएनएस की रिपोर्ट के अनुसार, यह स्पष्ट नहीं है कि वाराणसी से लोकसभा सदस्य प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी बैठक में शामिल होंगे या नहीं।
नड्डा जमीनी हकीकत और लोगों के मिजाज को जानने के लिए सांसदों से फीडबैक भी लेंगे और इसके आधार पर अगले साल होने वाले विधानसभा चुनावों में बीजेपी की प्रचंड जीत सुनिश्चित करने की योजनाओं पर चर्चा की जाएगी।
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