उत्तर प्रदेश में अगले साल होने वाले विधानसभा चुनावों BJP के टक्कर देने के लिए समाजवादी पार्टी के दो दिग्गज नेता एक होने वाले हैं। इनमें समाजवादी पार्टी (सपा) (samajwadi party) से अलग होकर अपनी पार्टी प्रगतिशील समाजवादी पार्टी (लोहिया) बनाने वाले शिवपाल सिंह और अखिलेश यादव एक हो सकते हैं।


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इस समय के शिवपाल (shivpal yadav) की तरफ से गांव-गांव पांव-पांव कार्यक्रम चलाया जा रहा है तथा लोगों से जनसंवाद (public relationship) किया जा रहा है। महिपाल की पार्टी का कहना है कि अखिलेश यादव-शिवपाल यादव के नेतृत्व वाली पिछली सरकार में महिलाओं को भी सम्मान मिला था और किसानों को भी। लेकिन वर्तमान सरकार के मुखिया महिलाओं और किसानों के उत्पीड़न के मसले पर कुछ बोलते भी नहीं हैं।

सपा ग्राउंड लेवल पर अपने कार्यकर्ताओं के बीच सर्वे करवा कर यह जानने की कोशिश कर रही है कैसे BJP को हराया जाए। खबर है कि जनता इसी चीज का इंतजार कर रही है कि एक बार फिर से चाचा-भतीजा साथ आएं, लेकिन ऐसा होना लगभग नामुमकिन है।

अब 22 नवंबर को मुलायम सिंह यादव का जन्मदिन (mulayam singh yadav birthday) है, ऐसी स्थिति में चाचा-भतीजा एक हो सकते हैं।