विधानसभा चुनाव (UP Assembly Election 2022) को लेकर राजनैतिक दूसरे दलों पर तंज करते हुए मतदाताओं को रिझाने में जुटे हैं। यूपी की कांग्रेस प्रभारी एवं कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी (Priyanka Gandhi) भी प्रदेश की जनता का दिल जीतने के लिए रैलियां कर रही हैं। उन्होंने भी महोबा में रैली (Priyanka in Mahoba) के जरिए हुंकार भरी है। यहां बुंदेली बोली बोलकर उन्होंने लोगों को रिझाने का प्रयास किया। हालांकि चर्चा के रहा कि प्रियंका ने इससे पहले कभी बुंदेलखंड क्षेत्र (Bundelkhand region) के किसी भी जिले में जनसभा नहीं की।

कहा जा रहा है कि विधानसभा चुनाव 2017 में भी प्रियंका बखूबी चुनावी भूमिका निभा रहीं थीं। मगर उस दौरान उन्होंने बुंदेलखंड की धरती पर कदम नहीं रखे। राजनीति के जानकार बताते हैं कि कानपुर-बुंदेलखंड (Congress in Kanpur-Bundelkhand) क्षेत्र में कांग्रेस की स्थिति दयनीय है। बुंदेलखंड कानपुर क्षेत्र की 52 सीटों पर कांग्रेस कोई प्रभाव नहीं डाल सकी थी। वहीं इस जनसभा से प्रियंका अब बुंदेलखंड को लोगों को मनाने पहुंची हैं। यही वजह है कि प्रियंका (Bundelkhand is one of the prominent places in Priyanka's election agenda) के चुनावी एजेंडे में बुंदेलखंड प्रमुख स्थलों में से एक है।

विधानसभा चुनाव 2012 में कानपुर-बुंदेलखंड क्षेत्र में कांग्रेस को 52 में से पांच सीटें मिली थीं। जिसमें कानपुर के किदवईनगर की भी एक सीट थी। वहीं वर्ष 2017 में कांग्रेस की स्थिति और बिगड़ गई। पिछले चुनाव में कानपुर-बुंदेलखंड क्षेत्र की 52 विधानसभा सीटों में से 47 भाजपा और चार सीटें सपा ने जीत लीं थीं। जबकि कांग्रेस के खाते में महज एक सीट छावनी आई थी। हालांकि वर्ष 2022 का चुनाव प्रियंका की देखरेख में लड़ा जा रहा है। इसलिए बुंदेलखंड क्षेत्र प्रियंका और कांग्रेस दोनों के लिए प्रमुख सूची में शामिल है।