उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव 2022 के मद्देनजर एआईएमआईएम के राष्ट्रीय अध्यक्ष असदुद्दीन ओवैसी अपने तीन दिवसीय यूपी दौरे पर हैं और सूबे का राजनीतिक पारा बढ़ा रहे हैं।  यूपी पहुंचे ओवैसी ने कहा कि हमारा उद्देश्‍य भाजपा को हराना है।  हम चुनावी मैदान में उतरेंगे और जीत दर्ज करेंगे।  मुझे उम्मीद है कि उत्तर प्रदेश का मुसलमान जीतेगा। 

 उन्होंने कहा कि हमने 60 साल सबको जिताया...अब हमारे जीतने की बारी...आपको बता दें कि संतों सहित पूर्व मुस्लिम पक्षकार ने ओवैसी के दौरे पर रोक लगाने की मांग उठाई थी, लेकिन अयोध्या पहुंचकर ओवैसी ने चुनाव को लेकर अपने तल्ख तेवर दिखा दिये हैं। 

ओवैसी के अयोध्या जिले में आने का कार्यक्रम है, लेकिन इस दौरे को लेकर लगाये गये एआईएमआईएम के पोस्टरों में जिले का नाम अयोध्या की जगह फैजाबाद लिखा नजर आ रहा है जिसकी चर्चा जोरों पर हो रही है।  संतों ने इस पर गंभीर आपत्ति जताई है।  यहां चर्चा कर दें कि फैजाबाद का नाम सरकारी अभिलेख में अयोध्या हो गया है।  संतों का कहना है कि यदि अयोध्या नाम से ओवैसी को इतनी चिढ़ है तो यहां आने की क्या जरूरत है। 

इधर पूर्व मुस्लिम पक्षकार इकबाल अंसारी ने भी ओवैसी के अयोध्या दौरे का विरोध करने का काम किया है।  उन्होंने कहा कि मुस्लिम समाज के लोगों को ओवैसी से सावधान रहने की जरूरत है।  ओवैसी को उत्तर प्रदेश नहीं आना चाहिए था, उनका संबंध हैदराबाद से हैं वहीं की राजनीति करें।  उत्तर प्रदेश में आकर मुसलमानों के नाम पर अपना हित नहीं साधे। 

 उत्तर प्रदेश में आसन्न विधानसभा चुनाव को देखते हुए एआईएमआईएम अध्यक्ष असदुद्दीन ओवैसी अध्योध्या से प्रदेश दौरे की शुरूआत कर रहे हैं।  अखिल भारतीय मजलिस इत्तेहादुल मुस्लिमीन (एआईएमआईएम) के प्रदेश अध्यक्ष शौकत अली ने पिछले दिनों बताया था कि ओवैसी सात सितंबर को अध्योध्या जिले के रुदौली में स्थित सूफी संत शेख आलम मखदूम जदा की 18 वीं शताब्दी में बनी दरगाह पर जायेंगे और वहां एक जनसभा करेंगे। 

उन्होंने बताया था कि आठ एवं नौ सितंबर को वह क्रमश: सुलतानपुर और बाराबंकी में जनसभा करेंगे।  यहां चर्चा कर दें कि उत्तर प्रदेश में अगले साल विधानसभा चुनाव होने हैं।