उत्तरप्रदेश के CM योगी आदित्यनाथ की सरकार को बदनाम करने के लिए ट्विटर पर खतरनाक साजिश रची जा रही थी जिसको लेकर बड़ा खुलासा हुआ है। दरअसल, सोशल मीडिया पर फर्जी खबर वायरल करने वाले दो एक्सपर्ट को कानपुर पुलिस ने गिरफ्तार किया है। पुलिस के मुताबिक आरोपियों के फर्जी ट्वीट के चक्कर में पूर्व आईएएस अधिकारी सूर्य प्रताप शाही भी पर भी एफआईआर हो चुकी है। पुलिस आरोपियों से पूछताछ कर रही है।

कानपुर पुलिस द्वारा गिरफ्तार किए गए आरोपियों के नाम आशीष पांडे और हिमांशु सैनी बताए गए हैं। पुलिस ने बताया कि आरोपियों द्वारा फर्जी ऑडियो क्लिप बनाकर वायरल की जाती थीं। इन ऑडियो क्लिप के माध्यम से आरोपी सरकार की छवि को धूमिल करने का हर संभव प्रयास करते थे।पुलिस ने बताया कि इनके द्वारा फर्जी ऑडियो क्लिप को ​ट्वीट किए जाने के बाद पूर्व आईएएस सूर्य प्रताप पर एफआईआर तक दर्ज हो गई थी। पुलिस कमिश्नर कानपुर असीम अरुण ने बताया कि पकड़ में आए दोनों आरोपी बेहद शातिर हैं, जो सरकार को बदनाम करने के लिए रोज नए हथकंड़े अपना रहे थे।उन्होंने बताया कि आरोपियों ने पटना के एक 15 वर्षीय किशोर से पहले फोन पर बात की, उसके बाद उनका ऑडियो एडिट करने के बाद वायरल कर दिया। आरोपियों ने ऑडियो में ये साबित करने का प्रयास किया कि सीएम के पक्ष में ट्वीट करने पर दो रुपये मिलते हैं।पुलिस ने बताया कि खास बात ये है कि दोनों आरोपी सीएम योगी की पीआरओ सेल संभालने वाली सोशल मीडिया सेल से भी जुड़े थे। पुलिस दोनों आरोपियों से पूछताछ कर रही है। एक अन्य मामले में दोनों के खिलाफ क्राइम ब्रांच टीम द्वारा भी जांच की जा रही है।