चीन के साथ हुए समझौते पर राहुल गांधी ने केंद्र सरकार पर बड़ा आरोप लगाया है। इसके बाद तमाम बीजेपी नेताओं ने राहुल गांधी पर पलटवार किया है। केंद्रीय मंत्री मुख्तार अब्बास नकवी ने राहुल गांधी पर पलटवार करते हुए उनकी सोच पर सवाल उठाया है। 

भारत-चीन डिसइंगेजमेंट पर दिए गए राहुल गांधी के बयान पर केंद्रीय मंत्री मुख्तार अब्बास नकवी ने कहा, कुंदबुद्धि पप्पू जी के कमाल का कोई रास्ता नहीं है। कहीं और से सुपारी लेकर देश को बदनाम करने के षड्यंत्र और सुरक्षा बलों के मनोबल को तोड़ने की साजिशों में लगे हैं तो उसका कोई इलाज नहीं है, वे मंदबुद्धि हैं। बीजेपी सांसद राकेश सिन्हा ने कहा, राहुल गांधी का स्तर नीचे गिरता जा रहा है। अगर प्रधानमंत्री कायर हैं तो जवाहर लाल नेहरू क्या थे। कायर कौन है, 1962 में नेहरू ने 38 हजार किमी जमीन दे दी थी। राहुल गांधी चीन के अघोषित प्रवक्ता बन गए हैं।

बता दें कि रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह के पूर्वी लद्दाख में भारत और चीन द्वारा सेनाएं हटाने की प्रक्रिया को लेकर सहमति बनने के बारे में संसद में बयान देने के एक दिन बाद, कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने शुक्रवार को आरोप लगाया कि सरकार ने चीन को हमारी जमीन दे दी। यहां एक संवाददाता सम्मेलन को संबोधित करते हुए, राहुल गांधी ने कहा था कि भारतीय क्षेत्र फिंगर 4 तक थी, फिर क्यों सैनिकों को फिंगर 3 पर लाया गया? राहुल गांधी ने कहा कि देपसांग, गोगरा-हॉट स्प्रिंग्स के बारे में स्थिति स्पष्ट नहीं है।

उन्होंने कहा कि अप्रैल 2020 से पहले की स्थिति को बहाल किया जाना चाहिए और प्रधानमंत्री को देश को जवाब देना चाहिए। राहुल ने कहा, ‘‘इस देश के क्षेत्र की रक्षा करना प्रधानमंत्री की जिम्मेदारी है। वह इसे कैसे करते हैं, यह उनकी समस्या है, मेरी नहीं।’’ रक्षामंत्री राजनाथ सिंह ने गुरुवार को कहा था कि सेनाएं कमांड पोस्ट पर लौट आएंगी और उन्होंने कहा, ‘‘एक इंच भी जमीन नहीं दी जाएगी और टकराव के बाद से भारत ने कुछ भी नहीं खोया है।’’ उन्होंने कहा था कि चीन के साथ निरंतर वार्ता से पैंगोंग झील के उत्तरी और दक्षिणी तट से सेनाएं हटाने को लेकर सहमति बन गई है। राजनाथ सिंह ने कहा था कि चीन में पैंगोंग झील के उत्तर में और फिंगर 8 के पूर्व में अपने सैनिकों को रखेगा। भारत अपने सैनिकों को फिंगर 3 के पास अपने स्थायी ठिकाने पर रखेगा।