ब्रिटेन में हिंसक प्रसारण करके सिखों को भड़काने वाले खालसा टीवी को करारा झटका लगा है। ब्रिटेन की मीडिया पर निगरानी रखने वाली संस्था ऑफकॉम ने खालसा टीवी पर करीब 50 लाख रुपए (50 हजार पाउंड) का जुर्माना लगाया है। 

ऑफकॉम ने भारतीय राज्य में हिंसा का समर्थन करने वाले म्यूजिक वीडियो का प्रसारण करने और सिख आतंकियों के हिंसक कार्यों को टीवी पर महिमामंडित करने का दोषी पाया है। यही नहीं खालसा टीवी को ऐसे चर्चा आधारित कार्यक्रमों के प्रसारण का दोषी पाया गया है जिसमें सिख धर्म की आलोचना करने वाले के खिलाफ हिंसा करने तथा आतंकी समूह को वैध ठहराने को प्रोत्साहित किया गया है। म्यूजिक वीडियो बग्गा एंड शेरा के गाने को जुलाई 2018 में खालसा टीवी पर प्रसारित किया गया था। इसमें भारत की पूर्व पीएम इंदिरा गांधी की तस्वीर दिखाई गई थी जिसका गलत तरीके से चित्रण किया गया था तथा अशोभनीय कैप्शन लिखा था। इस वीडियो में जो गाना बज रहा था उसमें भी भड़काऊ  भाषा का प्रयोग किया गया था।

ऑफकॉम ने कहा कि हमारा मानना है कि वीडियो में ये तस्वीरें और उसमें लिखी बातें भारतीय राज्य के खिलाफ हिंसात्मक एक्शन के लिए उकसाती हैं। साथ ही उन लोगों को महिमामंडित करती हैं जिन्होंने इसे अंजाम दिया था। खालसा टीवी के पास सिखों से जुड़े मुद्दे पर ब्रिटेन में कार्यक्रम प्रसारित करने का लाइसेंस है। खालसा टीवी पर म्यूजिक वीडियो को तीन बार प्रसारित करने के लिए 20 हजार पाउंड का जुर्माना लगा है।

ऑफकॉम ने कहा कि वीडियो में परोक्ष रूप से सिख आतंकियों के हिंसात्मक कार्रवाई का समर्थन किया गया है। इसमें ऑपरेशन ब्लू स्टार को अंजाम देने वाले लोगों की हत्या करने वाले शामिल हैं। बता दें कि ऑपरेशन ब्लू स्टार में शामिल लोगों की हत्या में खालिस्तानी आतंकियों का हाथ था। ऑफकॉम ने कहा कि वीडियो में अन्य लोगों को भी हत्या और हिंसा करने के लिए उकसाया गया था। ऑफकॉम ने कहा कि एनआईए ने खालिस्तान लिबरेशन फोर्स के रमनदीप सिंह बग्गा और हरदीप सिंह शेरा के खिलाफ कई आरोप पत्र दायर किए हैं। इनमें भारत में हत्या करवाने का आरोप है।