पश्चिमी त्रिपुरा, शिपाहिजला एवं खोवई जिलों में पिछले नौ घंटों से लगातार हो रही बारिश के कारण बाढ़ से जनजीवन बुरी तरह अस्त-व्यस्त है और तीन हजार से अधिक परिवार बेघर हो गये हैं।

बाढ़ से सात मकानों को नुकसान पहुंचा है। विशालगढ़ में एक मकान गिर जाने से 40 वर्षीय एक महिला घायल हो गयी। राजधानी अगरतला की हावरा नदी में पानी खतरे के निशान को पार कर चुका है और शहर के समूचे पूर्वी भाग में पानी भर गया है। आपदा प्रबंधन के अधिकारियों ने चेतावनी जारी की है तथा जिला प्रशासन ने नुकसान को रोकने के लिए अतिरिक्त एहतियातन उपाय किये हैं।

राजस्व मंत्री बादल चौधरी ने बताया कि रात के समय किसी संभावित घटना से जूझने के लिए सभी आवश्यक इंतजाम किये गये हैं।शहर के नदी तट पर बसे सभी परिवारों को सुरक्षित स्थानों पर ले जाया गया है।

इस बीच मुख्यमंत्री माणिक सरकार ने उच्च प्रशासनिक अधिकारियों के साथ आज दो बार बैठक ली और बाढ़ की स्थिति की समीक्षा की, हालांकि पुलिस महानिदेशक अौर पश्चिम त्रिपुरा के कलेक्टर अपने संबंधित कार्यालय बाढ़ के पानी में घिरे होने के कारण बैठक में शामिल नहीं हो सके।

मौसम विभाग के अधिकारियों के मुताबिक अगरतला में पिछले 24 घंटो के दौरान 170.3 मिलीमीटर वर्षा दर्ज की गयी। क्षेत्र में मानसून के सक्रिय रहने के कारण अगले 48 घंटाें के दौरान त्रिपुरा में मध्यम से भारी बारिश हो सकती है।