राज्यसभा में तृणमूल कांग्रेस (TMC) के नेता डेरेक ओ ब्रायन (mp derek o brien) को सदन में अनुचित आचरण और आसन का अपमान करने पर शीतकालीन सत्र की शेष अवधि के लिए मंगलवार को निलंबित कर दिया गया। पीठासीन अधिकारी सस्मित पात्रा ने कहा कि ब्रायन ने सदन की रुल बुक को आसन और महासचिव की मेज की तरफ जिस तरह से फेंका, वह बहुत खतरनाक था और इससे आसन तथा सदन की गरिमा को ठेस पहुंची है। 

उन्होंने कहा कि ब्रायन (derek o brien) सदन में एक दल के नेता हैं और उनसे इस तरह आचरण के बजाय आदर्श व्यावहार की अपेक्षा की जाती है। इसके बाद संसदीय कार्य राज्य मंत्री वी. मुरलीधरन (V. Muraleedharan) ने ब्रायन को शीतकालीन सत्र की शेष अवधि के लिए निलंबित करने का प्रस्ताव रखा, जिसे सदन ने ध्वनिमत से पारित कर दिया। जिस समय यह प्रस्ताव रखा गया, उस समय विपक्षी सदस्य सदन में मौजूद नहीं थे। क्योंकि वे निर्वाचन विधि संशोधन विधेयक 2021 के पारित किये जाने के दौरान मतविभाजन की मांग करते हुए सदन से बहिर्गमन कर गये थे। 

इससे पहले संसद के पिछले सत्र में अनुचित आचरण और व्यवहार के कारण मौजूदा शीतकालीन सत्र के पहले दिन विपक्ष के 12 सांसदों को निलंबित कर दिया गया था। अपने निलंबन पर प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए ब्रायन (derek o brien) ने कहा कि भारतीय जनता पार्टी संसद का मजाक बना रही है और उसे ध्वस्त कर रही है। उन्होंने उम्मीद जतायी कि निर्वाचन विधि (संशोधन) विधेयक 2021 भी जल्द वापस लिया जाएगा।  ब्रायन ने सदन में निर्वाचन विधि (संशोधन) विधयेक 2021 पारित कराने के दौरान महासचिव की टेबल पर रुल ‘बुक फेंक’ दी। 

उन्होंने व्यवस्था का प्रश्न उठाते हुए कहा कि सदन में सदस्य मत विभाजन की मांग कर रहे और उनकी मांग नहीं सुनी जा रही है। उपसभापति हरिवंश (Deputy Chairman Harivansh) ने कहा कि उनकी मांग का निवारण हो चुका है और उन्हें बोलने की अनुमति नहीं है। इससे उत्तेजित ब्रायन ने ‘रुल बुक’ महासचिव की टेबल की ओर फेंकी और गुस्से से बाहर चले गये। इसके बाद गोयल ने कहा कि ब्रायन सदन में एक दल के नेता हैं और उन्होंने जिस तरह से रूल बुक को फेंकी है वह आसन और महासचिव के साथ साथ सदन तथा देश का भी अपमान है। उन्होंने कहा कि यह आचरण बहुत निंदनीय है और यह चिंता का विषय है कि वह आने वाली पीढ़ियों को क्या संदेश देना चाहते हैं।