BSNL, Airtel, Jio, Vi को Fake SMS भेजना पड़ा भारी गया है क्योंकि Trai ने इन कंपनियों पर करोड़ों का जुर्माना लगाया है। टेलिकॉम रेगुलेटरी अथॉरिटी ऑफ इंडिया कुलमिलाकर भारत की 8 टेलिकॉम कंपनियों पर संयुक्त रूप से 35 करोड़ रुपये का जुर्माना लगाया है। इन कंपनियों में बीएसएनएल, एयरटेल, रिलायंस जियो, वोडाफोन-आइडिया, एमटीएनएल, विडियोकॉन, टाटा टेलिसर्विसेस और क्वॉर्डरंट टेलिसर्विस हैं और इन सभी पर आरोप है कि इन्होंने साइबर क्रिमिनल्स को डिजिटल पेमेंट यूजर्स को फेक एसएमएस भेजने की इजाजत दी।

ट्राई ने सभी टेलिकॉम कंपनियों पर आरोप लगाया है कि इन्होंने टेलिकॉम कमर्शल कम्युनिकेशन कस्टमर प्रीफरेंस रेगुलेशन का उल्लंघन किया है। हमारे सहयोगी इकनॉमिक टाइम्स को मिले डॉक्यूमेंट्स में इसका खुलासा हुआ है।
TRAI ने सबसे ज्यादा जुर्माना बीएसएनएल पर लगाया है, जो कि 30.1 करोड़ रुपये है। बीएसएनल ट्राई के शोकॉज नोटिस का जवाब देने में भी नाकाम रही और न ही उसने परफॉर्मेंस मॉनिटरिंग रिपोर्ट दिखाया। बीएसएनएल के बाद फेक मेसेजेज मामले में सबसे ज्यादा जुर्माना वोडाफोन-आइडिया को लगा, जो कि 1.82 करोड़ रुपये है। इसके बाद 1.41 करोड़ रुपये क्वॉर्डरंट टेलिसर्विस और फिर 1.33 करोड़ रुपये जुर्माना एयरटेल को किया गया है। बाकी कंपनियों को भी इसी तरह से जुर्माना किया गया है, जिनके रकम कम हैं। ट्राई के इस कदम का फायदा डिजिटल पेमेंट कंपनीज को जरूर होगा, जिसमें सबसे बड़ा प्लेयर पेटीएम है।
बीते सितंबर में दिल्ली हाई कोर्ट ने ट्राई को वैसे सर्विस प्रोवाइडर के खिलाफ कार्रवाई करने के निर्देश दिए थे, जो ग्राहकों को फेक एसएमएस भेजते हैं और स्पैम कॉल करते हैं। इस मामले में हाई कोर्ट के एक लॉयर का कहना है कि जिन टेलिकॉम कंपनियों पर जुर्माना लगा है, वो यकीनन इसके खिलाफ कोर्ट का रुख करेंगे। ट्राई का मानना है कि इन टेलिकॉम कंपनियों ने अपने नेटवर्क से जा रहे तरह-तरह के मेसेज को ठीक तरीके से मॉनिटर नहीं किया, इस वजह से यूजर्स को फेक मेसेजेज और कॉल्स जाते रहे और यूजर्स को परेशानी हुई।