टोक्यो पैरालंपिक में तीन मिनट की देरी एक खिलाड़ी के गोल्ड मेडल पर भारी पड़ गई। दरअसल, शॉटपुट (गोला फेंक) प्रतियोगिता में मलेशिया के एथलीट जियाद जोल्केफ्ली ने गोल्ड मेडल जीता, लेकिन महज तीन मिनट देरी से पहुंचने के चलते उन्हें पदक वापस लौटाना पड़ा।

दरअसल, जब जियाद जोल्केफ्ली हिस्सा लेने पहुंचे, तो प्रतियोगिता शुरू हुए तीन मिनट हो चुके थे। उनके साथ दो और खिलाड़ी देरी से पहुंचे थे। इंटरनेशनल पैरालंपिक कमेटी (आईपीसी) के प्रवक्ता क्रेग स्पेंस के मुताबिक देरी से आए खिलाड़ियों को प्रतियोगिता में इसलिए हिस्सा लेने दिया गया, क्योंकि उनके पास देरी से पहुंचने की कुछ वजहें हो सकती थीं, जिन्हें सुने बिना उन्हें रोकना ठीक नहीं था। प्रतियोगिता में जियाद ने स्वर्ण पदक जीत लिया। रेफरी ने प्रतियोगिता के बाद हुई जांच के बाद फैसले में कहा कि लेट हुए एथलीट्स ने देरी के पीछे कोई तर्कसंगत बात नहीं की। इसके चलते जियाद से स्वर्ण पदक वापस ले लिया गया।

इस घटना के बाद सोशल मीडिया यूजर्स ने जियाद के साथ सहानुभूति जताई। एक यूजर ने ट्वीट में कहा, आपने अपना सर्वश्रेष्ठ दिया। हमारे हीरो जियाद जोल्केफ्ली, अगली बार और मजबूती से वापसी कीजिएगा। कुछ और यूजर्स ने इस प्रतियोगिता में सिल्वर जीतने वाले यूक्रेन के मैक्सिम कोवाल पर निशाना साधा, जिन्हें जियाद के बाहर होने की वजह से स्वर्ण पदक सौंप दिया गया। आईपीसी के प्रवक्ता ने कोवाल के खिलाफ सोशल मीडिया पर चल रहे बयानों पर दुख जताया और कहा, नियम नियम होते हैं और इसीलिए फैसला लिया गया। इसमें यूक्रेन के खिलाड़ी की तो कोई गलती नहीं कि मलेशिया का खिलाड़ी देर से इवेंट में हिस्सा लेने पहुंचा। बता दें कि प्रतियोगिता से जियाद के बाहर होने के बाद यूक्रेन के कोवाल को स्वर्ण और उनके हमवतन ओलेक्सांद्र यारोविल को सिल्वर दिया गया। वहीं ग्रीस के एफ्स्ट्राटियोस निकोलाइडिस को कांस्य पदक मिला।