भारत के दोनों समुद्री क्षेत्रों अरब सागर और बंगाल की खाड़ी में पिछले काफी समय से सिस्टम बदल रहा है। अरब सागर के ऊपर बना मौसमी सिस्टम कमजोर होने लगा है। जिसका असर अब मध्य भारत और तटीय राज्यों में नहीं होगा। लेकिन बंगाल की खाड़ी के ऊपर बना हवा का निम्न दबाव आज बुधवार (10 नवंबर 2021) को इस क्षेत्र में डिप्रेशन बन सकता है। अभी इस क्षेत्र में पूर्वोत्तर मानसून सक्रिय है।

भारतीय मौसम विभाग (Bhartiya Mausam Vibhag) के अनुसार तटीय क्षेत्रों में 10 नवंबर से अगले दो-तीन दिनों तक भारी बारिश हो सकती है। जबकि, देश के अन्य भागों पर कोई अन्य सक्रिय मौसमी सिस्टम नहीं है। गिलगित, बाल्टिस्तान के रास्ते पश्चिमी दिशा से आने वाली हवा की वजह से जम्मू-कश्मीर, लद्दाख और हिमाचल प्रदेश तथा उत्तराखंड के कुछ भागों में बादल छाए रह सकते हैं।

मौसम विभाग (mausam vibhag) के अनुसार रायलसीमा, दक्षिणी आंतरिक कर्नाटक में बुधवार को बहुत ज्यादा बारिश हो सकती है। ओडिशा से उत्तर तटवर्ती आंध्र प्रदेश, छत्तीसगढ़ के दक्षिणी हिस्से, तेलंगाना और और आंतरिक कर्नाटक पर भी घने बादल देखने को मिलेंगे, जिनसे बारिश हो सकती है।

तमिलनाडु के मध्य भाग और पुडुचेरी से लेकर निचले भाग तक आज Mausam की वजह से बहुत भारी बारिश होगी।

मौसम विभाग (IMD) का पूर्वानुमान है, कि अगले 48 घंटों में केरल में भी भारी बारिश देखने को मिल सकती है। छत्तीसगढ़, मध्य प्रदेश, महाराष्ट्र और गुजरात में फ़िलहाल शुष्क मौसम है। यहां आसमान साफ रहेगा। पूर्वी भारत में भी मौसम शुष्क है।

बिहार, झारखंड और गंगा से सटे बंगाल के हिस्सों में तापमान में तेजी से गिरावट हो सकती है। पंजाब, हरियाणा, दिल्ली, पश्चिमी उत्तर प्रदेश और राजस्थान के कुछ हिस्सों में पश्चिमी दिशा से चलने वाली हवाओं का असर हो रहा है।