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टीएमसी नेता शुवेंदु अधिकारी ने बुधवार को भाजपा में शामिल होने की अटकलों के बीच पार्टी विधायक पद से इस्तीफा दे दिया। शुवेंदु अधिकारी पश्चिम बंगाल के एक कद्दावर नेता हैं, जिनकी पिछले कुछ हफ्तों से ममता बनर्जी के साथ रिश्ते खराब होने को लेकर खबर आ रही थीं। शुवेंदु ने 27 नवंबर को परिवहन, सिंचाई और जलमार्ग मंत्री पद से इस्तीफा दिया था, जिसके बाद यह अटकलें तेज हो गईं कि वह अगले साल के विधानसभा चुनावों से पहले सत्तारूढ़ टीएमसी छोड़ सकते हैं। उनके इस्तीफे के बाद टीएमसी ने कई बार उनको मनाने की कोशिश की, लेकिन दोनों के बीच कोई समझौता नहीं हो सका।
सूत्रों के मुताबिक, 19 दिसंबर को शुवेंदु अधिकारी के बीजेपी में शामिल होने की उम्मीद है। क्योंकि केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह 19 और 20 दिसंबर को दिन दो दिवसीय पश्चिम बंगाल के दौरे पर हैं। अटकलों पर टिप्पणी करते हुए राज्य के मंत्री फरहाद हकीम ने कहा, मुझे नहीं पता कि शुवेंदु अधिकारी क्या करेंगे। लेकिन हम गांधीवाद के साथ बड़े हुए हैं और हमें इसे जारी रखना होगा। गांधीवाद का पालन करने वाला कोई भी व्यक्ति गांधी के हत्यारे के पास जा सकता है, मुझे विश्वास नहीं है कि वह ऐसा कुछ भी करेगा।
इस महीने की शुरुआत में शुवेंदु अधिकारी और टीएमसी सांसदों अभिषेक बनर्जी, सौगता रॉय, सुदीप बंदोपाध्याय और चुनाव रणनीतिकार प्रशांत किशोर ने गतिरोध को समाप्त करने के लिए एक उच्च स्तरीय बैठक की। हालांकि, बैठक अधिकारी और TMC नेतृत्व के बीच गतिरोध को तोड़ने में विफल रही।बैठक के बाद, पार्टी ने दावा किया कि सभी मुद्दों को हल कर लिया गया है, लेकिन शुवेंदु अधिकारी ने दावे को खारिज कर दिया। बागी विधायक ने टीएमसी नेतृत्व को भी अवगत कराया कि उनके लिए पार्टी के साथ मिलकर काम करना कठिन होगा, क्योंकि उनके नेता मीडिया के पास गए थे कि उनके द्वारा झूठे दावे किए जा रहे हैं और उन्हें बोलने का मौका नहीं दिया गया।"
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