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ड्रैगन फ्रूट जिसे पिताया फल नाम से भी जाना जाता है अब गुजरात सरकार ने ड्रैगन फल का नाम बदलकर 'कमलम' रखने का फैसला किया है। संस्कृत में कमलम का अर्थ है 'कमल' होता है। फैसले की घोषणा गुजरात के मुख्यमंत्री विजय रूपानी ने की है। यह फल खाने में काफी कुछ तरबूज की तरह मीठा होता है और देखने में काफी आकर्षक होता है विजय रूपानी ने कहा कि ड्रैगन फ्रूट का बाहरी आकार कमल जैसा दिखता है। राज्य सरकार ने ड्रैगन फ्रूट का नाम बदलने का फैसला किया है।
मुख्यमंत्री श्री रूपानी ने कहा कि हमने ड्रैगन फल के पेटेंट के लिए आवेदन किया है, जिसे कमलम कहा जाता है। रूपानी ने कहा कि ड्रैगन नाम चीन के साथ जुड़ा होने के कारण उन्होंने इसे बदलने का फैसला किया। पिछले कुछ वर्षों में, ड्रैगन फ्रूट राज्य में आहार के लिए एक लोकप्रिय जोड़ बन गया है और मुख्य रूप से भुज, गांधीधाम और मांडवी में उगाया जाता है। इसे ज्यादातर मेक्सिको और सेंट्रल एशिया में खाया जाता है क्योंकि ड्रैगन फ्रूट्स को सुपरफ्रूट माना जाता है। खासकर डायबीटीज और हार्ट डिजीज के खतरे को कम करता है।
इस फल में सबसे ज्यादा ऐंटी-ऑक्सिडेंट्स, फाइबर्स और विटमिन सी पाया जाता है। विटमिन सी की पर्याप्त मात्रा लेने से कैंसर नहीं होती है। बता दें कि ड्रैगन फ्रूट में बीटा कैरोटीन और लायकोपीन भी पाया जाता है। कैरोटिनॉइड रिच फूड लेने से हार्ट डिजीज नहीं होती है। खाने में फाइबर्स का होना बहुत जरूरी होता है और सबसे अच्छी बात यह है कि ड्रैगन फ्रूट आपका इम्यून सिस्टम मजबूत बनाता है साथ ही पेट ठीक रखता है। ड्रैगन फ्रूट शरीर के लिए सबसे बेस्ट है।
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