इंडिया ओपन मुक्केबाजी प्रतियोगिता के 54 किलोग्राम स्पर्द्धा में स्वर्ण पदक जीतने वाली ढेकियाजुली की जमुना बोड़ो के घर वापसी के पथ पर दरंग जिले के खारुपेटिया और मंगलदै में भव्य स्वागत किया गया। इस अवसर पर सबसे पहली स्वर्ण कन्या जमुना को मंगलदगै के प्रसिद्ध व्यवसायिक प्रतिष्ठान एसआरडी ग्रुप ने फुलाम गमोछा से अभिनंदन किया। प्रतिष्ठान के निदेशक मिंटू डेका ने जमुना का अभिनंदन करने का साथ ही उसके उज्ज्वल भविष्य की कामना की।

पश्चात मंगलदै मीडिया सर्किल, क्रिस्टल विजन सहित अन्य संगठनों और एनजीओं ने भी स्वर्ण कन्या जमुना को फुलाम गमोछा से अभिनंदन किया। इस अवसर पर पत्रकारों ने जमुना से उसके खेल के संबंध में विस्तार से जानकारी ली। तत्पश्चात जमुना खारुपेटिया स्थित समाजसेवी बच्छराज बुच्चा के घर पहुंची। उनके पुत्र  और उनकी पत्नी ने इस अवसर पर जमुना का सर्वप्रथम फुलाम गामोछा से स्वागत किया। वहीं पूर्व से पिरिचि बुच्चा दंपति के घर राजस्थानी व्यंजन के साथ दोपहर का खाना खाने के साथ ही टेबल पर बात करते हुए जमुना ने बताया कि भारतीय बाॅक्सिंग संघ के साथ भारत और असम सरकार की ओर से उसे पूरी सुविधा दी जा रही है। किसी भी चीज की असुविधा नहीं हो रही है। संघ ने प्रशिक्षण के लिए इटली के कोच राफेल को नियुक्त किया है और उनके नेतृत्व में प्रशिक्षण लेने के कारण ही आज स्वर्ण पदक जीतने में सफल हुई है।

अपने भविष्य की योजना के बारे में उसने बताया कि उसका चयन हुआ है और वह जल्दी ही विदेश के किसी एक देश में खेलने जाएगी और वहीं अपने लक्ष्य के बारे में कहा कि अन्य खिलाडियों की तरह उसका भी लक्ष्य है ओलंपिक खेल में भारत का प्रतिनिधित्व करना और देश के लिए स्वर्ण पदक जीतना है।