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देश में कोरोना का पीक गुजर चुका है। सरकार ने रविवार 18 अक्टूबर को इसका आधिकारिक ऐलान कर दिया। साथ ही ठंड में ज्यादा सावधानी बरतने की हिदायत दी। 17 सितंबर को देश में सबसे ज्यादा एक्टिव केस 10.17 लाख थे, इसके बाद से इसमें लगातार गिरावट आ रही है और ये 7.83 लाख तक पहुंच चुके हैं।
नीति आयोग के सदस्य वीके पॉल ने कहा कि पिछले तीन हफ्तों में देश के ज्यादातर राज्यों में कोरोना केस और महामारी से होने वाली मौतों में गिरावट आई है, लेकिन ठंड में कोरोना की दूसरी लहर आने से इनकार नहीं किया जा सकता। पॉल, देश में महामारी से निपटने के लिए बनाई गई कमेटी के चीफ हैं।
पॉल ने कहा कि ज्यादातर राज्यों में महामारी स्थिर हुई है, लेकिन पांच राज्यों (राजस्थान, छत्तीसगढ़, केरल, कर्नाटक और पश्चिम बंगाल) इसके साथ ही 3-4 केंद्र शासित प्रदेशों में अभी केस बढ़ रहे हैं। पॉल ने यह भी कहा कि भारत अभी भी दुनिया के अन्य देशों की तुलना में बेहतर स्थिति में है, लेकिन देश को अभी भी एक लंबा रास्ता तय करना है, क्योंकि 90 फीसदी लोग अभी भी कोरोनोवायरस संक्रमण के लिए अतिसंवेदनशील हैं।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शनिवार को कोरोनावायरस की स्थिति और वैक्सीन डिस्ट्रीब्यूशन की तैयारियों को लेकर समीक्षा बैठक की। उन्होंने कहा, ''अभी बांग्लादेश, अफगानिस्तान, भूटान, मालदीव, मॉरिशस, नेपाल और श्रीलंका जैसे देशों से वैक्सीन के ट्रायल के लिए समझौते हुए हैं, लेकिन, हमें केवल यहीं तक सीमित नहीं रहना चाहिए। सभी को मिलकर ऐसा प्रयास करना होगा कि वैक्सीन आने पर पूरी दुनिया को इसका फायदा मिल सके।
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