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आज यानी मंगलवार को इस साल का आखिरी सूर्यग्रहण लगने वाला है। भारत में यह एक तरह का आंशिक सूर्य ग्रहण है। यह सूर्य ग्रहण यूपी-बिहार, दिल्ली, बेंगलूरु, उज्जैन, कोलकाता समेत देश के कई शहरों में दिखाई देगा। भारत के अलावा यूरोप, उत्तरी अफ्रीका, मध्य एशिया और एशिया के अन्य क्षेत्रों में इसे देखा जा सकेगा। आज के सूर्य ग्रहण का सूतक काल प्रात: 03 बजकर 17 मिनट से शुरू हो गया है। सूर्य ग्रहण के समापन के साथ ही सूतक काल का समापन होगा। बताया जा रहा है कि आज सूर्य ग्रहण का प्रारंभ शाम 04:28 बजे से होगा और इसका समापन शाम करीब 6 बजे होगा। स्थान के आधार पर इसके प्रारंभ और समापन के समय में थोड़ा बहुत परिवर्तन संभव है।
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सूर्यग्रहण के प्रभाव के कारण मंगलवार को उत्तराखंड में मंदिरों के कपाट बंद कर दिए गए हैं। धर्मनगरी हरिद्वार में भी तमाम मठ मंदिरों में पूजा अर्चना बंद कर दी गई है। महानिर्वाणी अखाड़ा के सचिव एवं महंत रवींद्र पुरी ने बताया कि हरिद्वार में 4.27 बजे से शाम 6.22 बजे तक सूर्य ग्रहण का प्रभाव रहेगा। इससे 12 घंटा पहले सूतक काल शुरू हो गया है। इसलिए हरिद्वार की हर की पैड़ी पर सुबह और शाम के वक्त होने वाली आरती पर भी रोक लगा दी गई है।
सूर्य ग्रहण की अवधि करीब 4 घंटे 3 मिनट की होगी। भारत की राजधानी नई दिल्ली में यह सूर्य ग्रहण शाम करीब 04:29 पर शुरू होगा और सूर्यास्त के साथ शाम 6:09 मिनट पर खत्म हो जाएगा। ज्योतिष शास्त्र के मुताबिक, सूतक काल में कोई भी शुभ काम को शुरू नहीं करना चाहिए। सूतक काल में न ही खाना बनाएं और ना ही खाना खाएं। अगर खाना बना हुआ रखा है तो उसमें तुलसी के पत्ते डालकर रखें।
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सूर्य ग्रहण के दिन पूजा-पाठ वर्जित होता है। इस दिन ग्रहण काल में भगवान के नाम का जाप ही करना चाहिए। माना जाता है कि सूर्य भगवान पर ग्रहण का साया है, इसलिए कोई मांगलिक कार्य नहीं किया जाता है। इस समय में महिलाओं, बच्चों और बुजुर्गों को विशेष ध्यान रखना होता है। सूर्य ग्रहण के बाद स्नान और पूजा पाठ करते हैं।
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