इस महीने 30 नवंबर में पड़ने जा रहा वर्ष का अंतिम चंद्र ग्रहण,यह ग्रहण भारत समेत कई देशों में पड़ेगा।  ज्योतिष के जानकारों के अनुसार, 30 नवंबर 2020 को होने वाला चंद्र ग्रहण साल का आखिरी चंद्र ग्रहण होगा। 

यह एक उपच्छाया ग्रहण होगा जिसे आंख से देखा नहीं जा सकेगा।  साल का आखिरी ग्रहण सूर्य ग्रहण होगा जो 14 दिसंबर 2020 को पड़ेगा,यह खंड ग्रास ग्रहण है जो शाम को 7:20 से प्रारंभ होगा, लेकिन भारत मे नही देखा  जा सकेगा। 

वृषभ राशि और वृश्चिक  राशि मे रहेगा ग्रहण का प्रभाव- वर्तमान मे राहु और केतु क्रमश वृषभ और व्रिश्चिक् राशि मे चल रहे है,इसलिए सूर्य ग्रहण और चंद्र ग्रहण का प्रभाव भी इन्ही राशियों पर होगा, 

सभी राशियों पर ग्रहण का प्रभाव इस प्रकार रहेगा 

*मेष*- आठवें स्थान मे सूर्य और केतु का ग्रहण योग, कोई दुर्घटना का योग बनाती है, आँखों की सुरक्षा पर ध्यान देना होगा, स्वयं की मान सम्मान का विशेष ध्यान रखे.

*वृषभ*-पति पत्नी के बीच संबंधों की परीक्षा की घडी,व्यापार मे सांझिदार से भी बनाकर रखे, आपसी मतभेदों को शांति पूर्ण ढंग से सुलझाएं.

*मिथुन*-रोग, ऋण शत्रुओ का नाश होगा,विवादित कार्यो मे सफलता मिलेगी.

*कर्क*-संतान, शिक्षा, मित्र से संबध आदि पर विशेष ध्यान रखे,नेत्रों की सुरक्षा पर खास ध्यान रखे.

*सिंह*- सामाजिक क्षेत्रों मे,गाड़ी ड्राइविंग मे अचानक कोई तकलीफ हो सकती है,अपनी मान सम्मान का खास ख्याल रखे, जनता से जुड़े कार्यो मे खास सावधानी बरतें, कस्टकारी समय है सावधानी से काटें.

*कन्या*-पराक्रम वृद्धि का योग,विशेष कार्य योजना सफल होगी, कठिन कार्य पूर्ण होंगे, भाग्य से भी अच्छा लाभ मिलेगा.

*तुला*-आर्थिक क्षेत्रों मे आकस्मिक नुक्सान हो सकता है, नेत्रों की सुरक्षा पर विशेष ध्यान दे.

*व्रसचिक*-कर्म क्षेत्रों मे कोई रुकावट का योग,मान सम्मान मे हानि का योग बन सकता है खुद की सुरक्षा पर ध्यान दें.

*धनु*-शासकीय दण्ड का योग बनता है, शासन से जुड़े कार्यो मे लापरवाही बिल्कुल न करें,नेत्रों की सुरक्षा पर ध्यान दे.

*मकर*-आमदनी मे लाभ का योग, आकस्मिक लाभ होगा.

*कुंभ*-कर्म क्षेत्रों मे कोई परिवर्तन या रुकावट का योग,मान सम्मान का विशेष ध्यान रखें.

*मीन*-शासकीय कार्यो मे रुकावट का योग, शासन प्रशासन से जुड़े कार्यो मे अचानक कोई बड़ी रुकावट भी आ सकती है.

चंद्रग्रहण की तिथि और समय

ग्रहण का प्रारम्भ: 30 नवंबर 2020 की दोपहर 1:04 बजे.

ग्रहण का मध्यकाल: 30 नवंबर 2020 की दोपहर 3:13 बजे.

ग्रहण समाप्त :  30 नवंबर 2020 की शाम 5:22 बजे.

इस चंद्रग्रहण में नहीं लगेगा सूतक काल

ज्योतिषियों के अनुसार प्रत्येक ग्रहण का एक सूतक काल होता जिस दौरान ध्यान और मंत्र जाप के अलावा कोई कोई शुभ कार्य नहीं किया जाता. लेकिन यदि यह ग्रहण उपच्छाया ग्रहण है तो कोई सूतक काल नहीं होगा.