इंदौर-बैतूल नेशनल हाईवे पर चापड़ा में गुरुवार शाम बारात में जा रही सड़क किनारे बबूल के पेड़ में घुस गई।  कार की रफ्तार इतनी तेज थी कि वह अनियंत्रित होकर दूसरी साइड चली गई।  हादसे में कार का अगला हिस्सा पूरी तरह से चकनाचूर हो गया।  3 युवकों की मौके पर ही मौत हो गई।  आगे चालक के साइड में बैठा युवक गंभीर रूप से घायल हो गया, जिसे देवास रेफर किया गया। 

पुलिस के अनुसार नेहरू नगर राऊ इंदौर निवासी जितेंद्र पिता ब्रजलाल चौहान (26) के साले की शादी थी।  इसमें शामिल होने के लिए जितेंद्र अपने दोस्त रोहित पिता कालू मुनिया (22), कान्हा उर्फ कन्हैया पिता देवकरण (22) और आकाश पिता मुकेश जाटव (22) के साथ किसी परिचित की कार लेकर ससुराल मातमोर थाना बागली आए थे।  यहां से जितेंद्र के साले की बारात उज्जैन के पास जा रही थी।  ये चारों भी बारात के पीछे कार में जा रहे थे। 

चापड़ा से एक किलोमीटर दूर नेमावर की ओर गंगाराम पाटीदार के मकान के सामने कार दूसरी साइड जाकर एक बबूल के पेड़ में घुस गई।  कार जैसे ही पेड़ से टकराई तेज आवाज आई और उसे सुनकर आसपास के लोग मौके पर पहुंचे।  हादसे में कार चला रहे जितेंद्र चौहान, रोहित मुनिया एवं कान्हा उर्फ कन्हैया की मौके पर ही मौत हो गई।  

जबकि जितेंद्र के साइड में बैठा आकाश जाटव गंभीर रूप से घायल हो गया।  इधर, सूचना मिलते ही बागली थाना प्रभारी जयराम चौहान मौके पर पहुंचे।  ग्रामीणों की मदद से पुलिस ने तीनों युवकों के शव और गंभीर घायल आकाश को बाहर निकाला।  पुलिस ने सभी को बागली अस्पताल पहुंचाया, जहां से आकाश को देवास रैफर कर दिया गया। 

प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार कार की गति इतनी तेज थी कि उसका अगला हिस्सा पूरी तरह से चकनाचूर हो गया।  आगे से कार के दबने के कारण ड्राइव कर रहे जितेंद्र का शव अंदर ही फंस गया था, जिसे ग्रामीणों और पुलिस ने करीब आधे घंटे की मशक्कत के बाद निकाला।