मध्यप्रदेश के शहडोल नगर के देवांता अस्पताल में गड़बड़यिां पाए जाने पर जाँच दल ने कल रात भर्ती मरीजों को जिला अस्पताल में भेज कर उसे सील कर दिया है। जिला कलेक्टर वन्दना वैद्य ने बताया कि एडिशनल कलेक्टर, सीएमएचओ सहित चार सदस्यों की टीम ने कल नगर के देवांता अस्पताल की जाँच की, जिसमें दस्तावेजों में कई तरह की गड़बड़ी पाई गई। 

जाँच के दौरान यह अस्पताल बिना चिकित्सक के संचालित पाया गया। इसके बाद जाँच दल ने अस्पताल में भर्ती चार मरीजों को जिला अस्पताल भेज दिया और अस्पताल को सील कर दिया है। 

इस अस्पताल के संचालक डॉ वी़ क़े त्रिपाठी और डॉ ब्रजेश पाण्डेय के विरुद्ध कल पुलिस ने धोखाधड़ी, गालीगलौज और मारपीट का अपराध दर्ज किया है, जिसमें आरोप है कि डाक्टरों ने शव को वेन्टीलेटर पर रख कर बिल वसूला है। दोनों होम्योपैथिक चिकित्सक अभी फरार हैं, जिनकी तलाश की जा रही है।