तालिबान ने अपनी निचता और क्रूरता से आधे से ज्यादा अफगानिस्तान पर कब्जा कर लिया है। अफगानी लोग इसके खिलाफ सड़कों पर उतर रहे हैं। कई लोगों को तालिबान ने मौत के घाट उतार दिया है। कई लोगों ने पलायन कर लिया है और कई लड़ रहे हैं। इसी तरह से आपको बता दें कि तालिबान पूरे अफगानिस्तान पर कब्जा नहीं किया है। अफगान का एक इलाका ऐसा है जहां तालिबान सोचने से भी कचराता है। तालिबान का यहां परिंदा भी पर नहीं मार सकता है।
 

अफगानिस्तान में तालिबानियों का झंडा बुलंद हो रहा है। अफगानिस्तान के जिस हिस्से में अभी तक तालिबान नहीं पहुंचा सका वो इलाका है 'पंजशीर की घाटी'। बता दें कि ये घाटी अफगानिस्तान के हिन्दू-कुश पहाड़ के पास स्थित है। सोशल मीडिया पर हाल ही में पंजशीर इलाके की रखवाली कर रहे जांबाजों की तस्वीर सामने आई है। इनको शेरे पंजशीर कहते हैं। बताया जा रहा है कि इनकी ट्रेनिंग बहुत ही डेंजर होती है। ये जांबाज तालिबानियों से मुकाबला करने के लिए कड़ी ट्रेनिंग का सामना करते हैं।

खबर दी जा रही है कि रेसिस्टेंस मिलिट्री फ़ोर्स में गिने जाने वाले ये सिपाही पहाड़ों और नदियों में अपनी ट्रेनिंग पूरी करते हैं। इसमें सैंकड़ों एंटी तालिबान लड़ाके हैं। बताया जा रहा है कि इन्हें नॉर्दर्न अलायंस के नाम से जाना जाता है। इनका सिर्फ एक ही मकसद है तालिबानियों को कुचल कर रख देना। पंजशीर घाटी में लड़ाके रहने वाले करीब 1 लाख 70 हजार लोगों की हिफाजत करते हैं।