केंद्र सरकार के कृषि कानूनों के खिलाफ आज किसानों का भारत बंद का एलान किया था।  बिहार में किसानों बिल के विरोध में राजनीतिक उबाल दिख रहा है।  भारत बंद की योजना 11 बजे से थी लेकिन सुबह 6 बजे से ही राजनीतिक दल सड़क पर उतर गए।  बंद को लेकर प्रशासन 11 बजे से तैयारी कर रहा था लेकिन भाकपा माले, सीपीआई के साथ अन्य समर्थक दल सुबह से ही सड़क पर उतर गए।  इससे बंदी सुबह 6 बजे से ही प्रभावी हो गई। 

 महागठबंधन  में राजद के कार्यकर्ता  सुबह -सवेरे ही भारत बंद को सफल करने के लिए सड़क पर उतरे।  पटना-गया मार्ग पर जहानाबाद सहित कई स्थानों पर राजद कार्यकर्ताओं ने सड़क जाम कर रखा है।  रोड पर टायर जला दिए गए हैं।  

बिहार में भारत बंद को सत्ताधारी राजग सरकार में शामिल दलों ने जहां फ्लॉप करार दिया है वहीं विरोधी दलों का दावा है कि सूबे के किसानों ने भारत बंद को सफल बनाया है।  विपक्षी दलों द्वारा सफल भारत बंद के दावों पर पर जदयू नेता केसी त्यागी ने कहा कि विपक्षी दलों द्वारा किसानों को गुमराह किया जा रहा है पूरे देश में बन्द का कोई असर नहीं है।  वहीं, भाजपा सांसद अजय निषाद ने भारत बंद को विफल करार देते हुए कहा कि विपक्षी दलों द्वारा किसानों को गुमराह किया जा रहा है। प्रधानमंत्री जी किसान बिल लाकर उनके फसलों को औने-पौने दामों में खरीदने वालों को करारा जवाब दिया है।  पीएम मोदी किसानों के हितैषी हैं। 

भारत बंद का असर पूरे बिहार में देखने को मिला. पटना में जाप सुप्रीमो पप्पू यादव, कांग्रेस के बड़े नेता और वामदल के भी कई नेता सड़क पर उतरकर प्रदर्शन करते दिखे लेकिन आश्चर्य की बात है कि बिहार के नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव भारत बंद में कहीं भी नहीं दिखे।  कुछ दिन पहले उन्होंने कहा था कि किसानों के लिए अगर सरकार मुझे फांसी पर लटका देगी तो मंजूर होगा।