अफगानिस्तान में तालिबानी सरकार वित्तीय संकट में है और पाई-पाई के लिए मोहताज है। लेकिन इसके बावजूद उसने गलती से 6 करोड़ रुपये ताजिकिस्तान में ट्रांसफर कर दिए हैं। लेकिन अब वो वापस मांग रहा है। लेकिन तालिबानी के दुश्मन देश ताजिकिस्तान ने रकम लौटाने से साफ इनकार कर दिया है।

ताजिकिस्तान की राजधानी दुशानबे से बेस्ड अवेस्ता (Avesta) नाम की वेबसाइट में दावा किया गया है कि तालिबानी ने ताजिकिस्तान की अफगान एंबेंसी में 8 लाख डॉलर ट्रांसफर कर दिए जो भारतीय मुद्रा में करीब 6 करोड़ की रकम होती है।

यह पैसा अफगानिस्तान के पूर्व राष्ट्रपति अशरफ गनी ने ताजिकिस्तान में अफगानी दूतावास के लोगों की भलाई के लिए सेंशन किए थे। इस पैसे से ताजिकिस्तान में रिफ्यूजी की तरह रह बच्चों को स्कूली शिक्षा दिलाने में खर्च होने थे। जब अफगानिस्तान से गनी भाग गए तो तालिबानी ने यह डील कैंसिल कर दी थी लेकिन गलती से वह रकम ताजिकिस्तान में ट्रांसफर हो गई।

यह पैसा कुछ हफ्ते पहले ही ट्रांसफर की गया था। इसमें 4 लाख डॉलर में इस क्लेम का क्लोजर हो गया है लेकिन इस बारे में निश्चित रूप से कुछ कहा नहीं जा सकता।

खबर है कि नवंबर से अफगानिस्तान में तालिबानी सरकार वित्तीय मामलों में परेशानी अनुभव कर रही है। तब तालिबानी ने अपने फाइनेंस की तरफ देखा तो उसमें ये रकम नजर आई। तालिबानी ने इस रकम को ताजिकिस्तान से वापस मांगा तो उसने साफ इनकार कर दिया और कहा कि यह रकम तो खर्च हो गई है। उन्होंने कहा कि हमने स्कूल भले ही नहीं बनाए लेकिन एंबेंसी के टीचर और स्टॉफ के लिए ये रकम खर्च हो गई है।