अफगानिस्तान में पंजशीर अभी भी तालिबान को टक्कर दे रहा है। तालिबान ने भी यहां उठ रहे विरोधी आंदोलन की गंभीरता को समझा है और लगातार इसे निशाना बना रहा है। इस बीच पंजशीर में खड़े Second Resistance Front ने ऐलान किया है कि तालिबानी हमलों का मुंहतोड़ जवाब दिया जा रहा है और कम से कम 40 लड़ाकों को ढेर कर दिया गया है।

अफगान मीडिया के मुताबिक तालिबान के खिलाफ खड़े आंदोलन के प्रवक्ता फहीम दश्ती ने कहा है कि दो दिन में पंजशीर पर कई बार हमला किया गया है। अंदरब रास्ते से कई ओर से पंजशीर को निशाना बनाया गया है। उन्होंने दावा किया गया है इसमें 40 तालिबानी लड़ाकों को मौत के घाट उतार दिया गया है और कम से कम 30 को घायल किया गया है। दश्ती के मुताबिक तालिबान के उपकरण को भी नष्ट कर दिया गया है। उनकी 4 हमवी गाड़ियों को भी तबाह कर दिया गया।

इससे पहले भी अफगान मीडिया की रिपोर्ट्स में दावा किया गया था कि बघलान प्रांत के अंदराब में भी संघर्ष की खबरें आती रहीं। तालिबान ने इस इलाके में इंटरनेट को बंद कर दिया जिससे मरने वालों की संख्‍या की पुष्टि नहीं हो सकी। तालिबानी आतंकी किसी भी तरह से पंजशीर घाटी में घुसना चाहते हैं ताकि अहमद मसूद के किले पर फतह हासिल किया जा सके लेकिन उन्‍हें जोरदार पलटवार का सामना करना पड़ रहा है।

अमेरिकी सेनाओं के वापस जाने के बाद तालिबान ने अपने आक्रामक अभियान को तेज कर दिया है। पंजशीर घाटी अफगानिस्‍तान की राजधानी काबुल से 150 किमी दूर है और यहां पर एक लाख लोग रहते हैं। पंजशीर के नेता और अहमद शाह मसूद के बेटे अहमद मसूद ने कहा है, 'मैं पंजशीर की घाटी से आज लिख रहा हूं और अपने पिता के नक्‍शे कदम पर चलने को तैयार हूं। मेरे साथ मुजाहिद्दीन लड़ाके हैं जो एक बार फिर से तालिबान के साथ संघर्ष के लिए तैयार हैं।'