तालिबान की तरफ से दावा किया गया हैं कि उसने पंजशीर पर पूरी तरह से कब्जा कर लिया है, लेकिन पंजशीर के शेर अभी भी हार मानने को तैयार नहीं है। ड्रोन हमले करके पंजशीर को निशाना बनाया गया और अहमद मसूद के घर पर भी बमबारी की गई।

हालांकि अब नॉर्दन अलायंस की तरफ से एक बयान सामने आया है।  एक सूत्र के हवाले से कहा है कि नेशनल रेजिस्टेंस फोर्स अभी भी पंजशीर घाटी में तालिबान के खिलाफ लड़ाई जारी रखेगा।

इसके साथ ही नेशनल रेसिस्टेंस फोर्स के प्रवक्ता अली मैसम नज़री ने तालिबान के दावे का खंडन करते हुए कहा कि तालिबान ने पंजशीर पर पूरी तरह से कब्जा नहीं किया है। हालांकि संघर्ष के दोनों पक्षों के दावों को स्वतंत्र रूप से सत्यापित करना मुश्किल है, क्योंकि तालिबान ने पंजशीर में सभी संचार और दूरसंचार नेटवर्क बंद कर दिए हैं।

पंजशीर के गवर्नर कमालुद्दीन नेजामी ने अफगानिस्तान इंटरनेशनल को बताया था कि यूएवी द्वारा नॉर्दन अलायंस पदों पर बार-बार बमबारी की गई है। इससे पहले, अफगान संसद के एक पूर्व सदस्य ने पाकिस्तानी ड्रोन और स्मार्ट बमों द्वारा पंजशीर पर बमबारी की सूचना दी थी। समांगन सांसद जिया अरियनजद ने कहा कि पंजशीर पर पाकिस्तानी वायु सेना के ड्रोन ने स्मार्ट बमों का उपयोग करके बमबारी की थी।

वहीं तालिबान का कहना है कि उन्होंने पंजशीर प्रांत पर पूर्ण नियंत्रण कर लिया है। तालिबान द्वारा अफगानिस्तान पर नियंत्रण करने के बाद से प्रांत पर नेशनल रेजिस्टेंस फोर्स नामक एक समूह के नियंत्रण में रहा है। तालिबान के एक प्रवक्ता जबीहुल्ला मुजाहिद ने एक बयान में कहा कि जीत ने अफगानिस्तान को पूरी तरह से युद्ध से बाहर कर दिया है।

बयान में मुजाहिद ने पंजशीर के लोगों को आश्वासन दिया कि उनके साथ किसी भी तरह का भेदभाव नहीं किया जाएगा और एक देश और एक लक्ष्य के लिए मिलकर काम करेंगे।