अफगानिस्तान में हिंसा के बीच तालिबान एकबार फिर उठ खड़ा हुआ है। इस इस आतंकवादी संगठन ने राजधानी काबुल के निकट वारदाक प्रांत में नेरख जिले पर कब्जा जमा लिया है। रमजान में ईद से पहले तीन दिन के संघर्ष विराम का ऐलान करने के बाद भी तालिबान ने यह हमला किया है। अमेरिकी न्यूज वेबसाइट एफडीडी के लॉन्ग वॉर जर्नल ने अपनी रिपोर्ट में यह दावा किया है। अफगानिस्तान के गृह मंत्रालय ने बताया है कि राष्ट्रीय सुरक्षा बलों की ओर से भी करारा जवाब दिया गया है। खामा प्रेस ने अपनी रिपोर्ट में बताया है कि अफगानिस्तान के सुरक्षा बलों ने तालिबान को करारा जवाब दिया है। सुरक्षा बलों की कार्रवाई में बड़ी संख्या में तालिबानी आतंकी ढेर हुए हैं।

वहीं तालिबान के प्रवक्ता जबीहुल्लाह मुजाहिद ने ट्वीट कर कहा, 'नेरख जिले के पुलिस मुख्यालय, इंटेलिजेंस डिपार्टमेंट और बड़ी संख्या में आर्मी बेस पर कब्जा जमा लिया गया है।' तालिबान के प्रवक्ता ने कहा कि हमने दुश्मनों के कई सैनिकों को मार दिया है। इसके अलावा कई लोग जख्मी हुए हैं और कई लोगों को हमने जिंदा अगवा कर लिया है। सैनिकों के तमाम हथियारों, गोला बारुदों और सैन्य वाहनों को भी कब्जा कर लिया गया है। अफगानिस्तान में रमजान महीने के दौरान ही तालिबान की ओर से की गई हिंसा में 255 नागरिकों की मौत हुई है। इसके अलावा 500 लोग जख्मी हुए हैं।

तालिबना ने रमजान महीने के दौरान ही 200 बम धमाके किए हैं और 15 आत्मघाती हमले किए हैं। टोलो न्यूज ने गृह मंत्रालय के हवाले से अपनी रिपोर्ट में यह दावा किया है। यही नहीं रविवार को तालिबान ने ईद से पहले तीन दिन के संघर्ष विराम का भी ऐलान किया था। लेकिन इसके बाद भी उसने एक बार फिर से हिंसा शुरू कर दी है। ईद से पहले तालिबान के शर्मनाक हमलों की जमकर निंदा की जा रही है। बता दें कि अमेरिका ने अफगानिस्तान से अपने सैनिकों की वापसी का ऐलान किया है। अमेरिका की ओर से 11 सितंबर तक अपने सभी सैनिकों को स्वदेश बुलाने की बात कही गई है। इस ऐलान के बाद से ही अफगानिस्तान में तालिबान की ओर से हिंसा जारी है।