अफगानिस्तान की राजधानी काबुल स्थित अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे पर देश से बाहर भागने की कोशिश में जुटे सात अफगानी नागरिक रविवार को उत्पन्न अराजक स्थिति और भगदड़ के कारण मारे गये। ब्रिटेन के रक्षा मंत्रालय के हवाले से स्काई न्यूज ने सोमवार को इस आशय की जानकारी दी। 

मंत्रालय ने कहा, धरातल पर स्थितियां बेहद चुनौतीपूर्ण बनी हुई हैं लेकिन हम स्थिति को यथासंभव संरक्षित और सुरक्षित तरीके से प्रबंधित करने के लिए हर संभव प्रयास कर रहे हैं। गत 15 अगस्त को तालिबान ने काबुल में प्रवेश किया, जिससे अमेरिका समर्थित नागरिक सरकार को पीछे हटना पड़ा। सत्ता परिवर्तन के परिणामस्वरूप हजारों अफगानी नागरिक ने आतंकवादियों के प्रतिशोध के डर से देश से भागने की कोशिश कर रहे हैं और इसी कारण काबुल हवाई अड्डे के बाहर अराजक स्थिति व्याप्त है।

उधर, काबुल से भारतीयों के निकलने का सिलसिला जारी है। रविवार को तीन विमानों से 390 लोग भारत लौटे, इनमें 329 भारतीय हैं। एयरफोर्स के C-17 एयरक्राफ्ट से 168 लोगों की वापसी हुई, इनमें 107 भारतीय और 23 अफगानी सिख और हिंदू शामिल हैं। ये विमान गाजियाबाद स्थित हिंडन एयरबेस पर पहुंचा था। इससे पहले एयर इंडिया के विमान से 87 भारतीयों और 2 नेपालियों को भारत लाया गया था। वहीं एक दूसरी फ्लाइट से 135 लोगों की वापसी हुई है।