इस साल अभी से गर्मी ने 121 साल का रिकॉर्ड तोड़ दिया है जिसके बाद अब हालात खराब हो सकते हैं। गर्मी की तपिश से अभी से दिल्ली, राजस्थान, उत्तर प्रदेश, मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़, ओडिशा में काफी दिक्कत हो रही है। कई राज्यों में तापमान 38 डिग्री से 40 डिग्री तक पहुंच रहा है।

हालांकि मौसम विभाग के मुताबिक एक नया पश्चिमी विक्षोभ आज से प्रभाव में आ रहा है। अगले 24 घंटों के दौरान उत्तर-पश्चिम भारत के अलावा मध्य और पूर्वी भारत में गर्मी से राहत मिल सकती है। पहाड़ों में हो रहे मौसम में बदलाव के कारण कई राज्यों में शीतलहर भी चल सकती है।

इस हफ्ते, हिमाचल, उत्तराखंड, अरुणाचल प्रदेश, मेघालय और असम के कई हिस्सों में बारिश और बर्फबारी का अनुमान है। उत्तराखंड मौसम विभाग के मुताबिक राज्य में चमोली, रुद्रप्रयाग, उत्तरकाशी और पिथौरागढ़ जिलों के कुछ हिस्सों में अगले 4 दिनों तक हल्की बारिश और बर्फबारी की संभावना है। 6 मार्च को राज्य में आकाशीय बिजली के गिरने और ओलावृष्टि का अनुमान जताया गया है।

दिल्ली में इस हफ्ते मौसम का मिलाजुला मिजाज दिखेगा। अगले 6 दिनों तक यहां के तापमान में उतार-चढ़ाव जारी रहेगा। 5 मार्च को दिल्ली में ठंडी हवाएं चल सकती हैं। वहीं 8 मार्च तक राजधानी का अधिकतम तापमान 33 डिग्री तक रह सकता है और न्यूनतम तापमान 17 डिग्री तक पहुंच सकता है।

राजस्थान में अगले 7 दिनों तक मौसम के शुष्क रहने की संभावना जताई गई है। मौसम विभाग के मुताबिक यहां अगले 7 दिनों में अधिकतम तापमान 36 डिग्री और न्यूनतम तापमान 17 डिग्री रह सकता है। वहीं, ओडिशा में रिकॉर्ड तोड़ गर्मी पड़ रही है।

इस हफ्ते ओडिशा में पारा 40 डिग्री के पार पहुंच चुका है। मौसम विभाग के मुताबिक ओडिशा इस वर्ष सबसे गर्म राज्य रह सकता है। रविवार को यहां का तापमान 40.6 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया था। मौसम विभाग के मुताबिक इस हफ्ते राज्य के कई इलाकों में पारा 40 के पार भी जा सकता है। विभाग के मुताबिक राज्य के तीतलगढ़ में सप्ताह के अंत में तापमान 40 डिग्री सेल्सियस के पार जा सकता है। ओडिशा के अलावा दिल्ली, उत्तर प्रदेश, छत्तीसगढ़, आंध्र प्रदेश, गोवा और गुजरात जैसे राज्यों में मई तक गर्मी का सितम सामान्य से ज्यादा रहने वाला है।

भारत मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) के मुताबिक पिछले 121 सालों के औसत तापमान के आधार पर, जनवरी सर्दियों का तीसरा सबसे गर्म महीना रहा और न्यूनतम तापमान के आधार पर फरवरी दूसरा सबसे गर्म महीना दर्ज किया गया। उत्तर पश्चिमी भारत के लिए फरवरी में न्यूनतम और औसत तापमान वर्ष 1901 से लेकर अब तक के कालखंड में सबसे ज्यादा रहा।

वर्ष 1901-2021 के बीच किया गया विश्लेषण के मुताबिक जनवरी 2021 में अखिल भारतीय औसत न्यूनतम तापमान 14.78 डिग्री सेल्सियस था। वर्ष 1919 में जनवरी का तापमान 15 डिग्री सेल्सियस था और यह अब तक की सबसे गर्म जनवरी थी। विभाग के मुताबिक जनवरी 2021, वर्ष 1958 के बाद से 62 साल में सबसे गर्म महीना था।