केंद्रीय मंत्री रावसाहेब दानवे ने अजीबोगरीब बयान दिया है और दावा किया है कि नए कृषि कानूनों के खिलाफ जारी किसानों के विरोध प्रदर्शन के पीछे चीन और पाकिस्तान का हाथ है। उन्होंने आरोप लगाया कि संशोधित नागरिकता अधिनियम (CAA) और राष्ट्रीय नागरिक पंजीकरण (NRC) को लेकर पहले मुसलमानों को गुमराह किया गया था। उसी तरह अब किसानों को बरगलाया जा रहा है कि नए कृषि कानूनों से उन्हें नुकसान होगा।

महाराष्ट्र के जालना जिले के बदनापुर तालुका में बुधवार को एक स्वास्थ्य केंद्र का उद्घाटन करते हुए रावसाहेब दानवे ने कहा, ‘ दिल्ली में जो किसान आंदोलन चल रहा है, वह किसानों का नहीं है। इसके पीछे चीन और पाकिस्तान का हाथ है। इस देश में मुसलमानों को पहले भड़काया गया। उन्हें कहा गया कि NRC आ रहा है, CAA आ रहा है और छह माह में मुसलमानों को इस देश को छोड़ना होगा। क्या एक भी मुस्लिम ने देश छोड़ा?’ 

उन्होंने कहा,” वे प्रयास सफल नहीं हुए और अब किसानों को बताया जा रहा है कि उन्हें नुकसान सहना पड़ेगा। यह चीन-पाकिस्तान की साजिश है।”हालांकि मंत्री ने इस बारे में नहीं बताया कि किस आधार पर उन्होंने यह दावा किया कि किसानों के विरोध के पीछे दोनों पड़ोसी देश हैं। 

केंद्रीय मंत्री दानवे ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी किसानों के प्रधानमंत्री हैं और उनका कोई भी निर्णय किसानों के खिलाफ नहीं होगा। किसानों के विरोध प्रदर्शन में चीन और पाकिस्तान को घसीटने के लिए दानवे पर चुटकी लेते हुए शिवसेना प्रवक्ता और पूर्व केंद्रीय मंत्री अरविंद सावंत ने कहा कि महाराष्ट्र में सत्ता गंवाने के कारण भाजपा नेता अपने होश में नहीं हैं। उन्हें पता ही नहीं है कि वे क्या बोल रहे हैं।

वहीं किसानों और सरकार के बीच सहमति नहीं बन पाने की वजह से किसानों का आंदोलन आज भी जारी है। किसानों ने कहा है कि अगर किसान बिल रद नहीं किया गया तो आंदोलन उग्र होगा।