पाकिस्तान के रक्षा मंत्री परवेज खट्टक (Pervez Khattak) ने हाल ही में सियालकोट की घटना के संदर्भ में एक विवादास्पद टिप्पणी की है जिसमें एक श्रीलंकाई नागरिक की दिनदहाड़े बेरहमी से पीट-पीट कर हत्या कर दी गई थी।
हाल ही में तहरीक-ए-लब्बैक पाकिस्तान (TLP) पर से प्रतिबंध हटाने के बारे में पूछे जाने पर, उन्होंने कथित तौर पर कहा कि 'जब लोग भावुक हो जाते हैं तो हत्याएं हो सकती हैं।' तहरीक-ए-लब्बैक पाकिस्तान (TLP) के कट्टरपंथी इस्लामी समर्थकों ने ईशनिंदा करने के आरोप

में 10 साल से अधिक समय से पाकिस्तान (Pakistan) में रह रही एक श्रीलंकाई नागरिक और एक फैक्ट्री निर्यात प्रबंधक प्रियंता कुमारा को पीट-पीट कर मार डाला था।
परवेज खट्टक (Pervez Khattak) द्वारा की गई असंवेदनशील टिप्पणी ने श्रीलंका के सार्वजनिक सुरक्षा मंत्री रियर एडमिरल (सेवानिवृत्त) सरथ वीरशेखर (Sarath Weerasekara) से माफी मांगने की मांग के साथ व्यापक आलोचना की है।
श्रीलंका (Sri Lankan) के मंत्री ने कहा कि "पाकिस्तान के रक्षा मंत्री को उन टिप्पणियों के लिए श्रीलंका के लोगों से माफी मांगनी चाहिए।"

पाकिस्तान के संपादकीय में कहा गया है, "श्री खट्टक की टिप्पणी काफी समस्याग्रस्त है। एक संघीय मंत्री के इस तरह के बयान से झटका लगना चाहिए, लेकिन दुर्भाग्य से, हम अपने सरकारी अधिकारियों के देश में चरमपंथ और हिंसा की वास्तविकताओं से इनकार करने के आदी हैं।"