मार्गशीर्ष शुक्ल पक्ष सप्तमी सोमवार को साल का सबसे छोटा दिन और सबसे लंबी रात होगी। ज्योतिषविदों के मुताबिक सोमवार के बाद से सूर्यउत्तारयण होने पर दिन बड़े और रातें छोटा होना शुरू होगी। आज दिन की समयावधि कुल 10 घंटे 18 मिनट, वहीं रात की अवधि 13 घंटे 42 मिनट की रहेगी।

वहीं दूसरी ओर खगोल विज्ञान के क्षेत्र में 400 साल बाद अद्भुत नजारा देखने को मिलेगा। ज्योतिषाचार्य पंडित घनश्याम लाल स्वर्णकार ने बताया कि सौरमंडल के सबसे बड़े ग्रह गुरु और विशालकाय ग्रह शनि का आकाश में रात को महामिलन होगा। सूर्य की परिक्रमा करते हुए लगभग 20 साल में ये दोनों समीप तो आते रहते हैं, लेकिन इतनी अधिक नजदीकियां 400 साल बाद शाम को देखी जा सकेगी।

ज्योतिषविदों के मुताबिक आज हेमंत ऋतु का समापन होने के साथ ही शिशिर ऋतु शुरू होगी। इससे मौसम में कड़ाके की सर्दी का दौर देखने को मिलेगा। खगोलीय घटना को देखने के लिए पश्चिम-दक्षिण दिशा में शाम 6.15 से रात 8 बजे तक का समय यह दुर्लभ नजारा देखने के लिए खास रहेगा। बृहस्पति अधिक चमकीला और शनि वलयाकार हल्के नीले रंग में दिखाई देगा। टेलिस्कोप से देखने पर यह नजारा और देखने लायक रहेगा। फिर से यह महामिलन 2080 में देखने को मिलेगा।