पाकिस्तान क्रिकेट टीम का एक वो जमाना था जब वसीम अकरम, वकार युनूस और शोएब अख्तर जैसे दिग्गज तेज गेंदबाज स्टेडियम तहलका मचा देते थे। आज से दो दशक पहले पाकिस्तान क्रिकेट में कभी भी तेज गेंदबाजों की कमी नहीं रही लेकिन अब पाकिस्तान में कुछ ही खिलाड़ीयों को छोड़कर टीम के खिलाड़ियों वो दम नहीं है जो दो दशक पहले था।


इन 10 सालों में पाकिस्तान क्रिकेट में टीम तेज गेंदबाजों का अकाल पड़ गया है. मोहम्मद आसिफ और मोहम्मद आमिर जैसे गेंदबाजों ने जरूर उम्मीद दिखाई थी लेकिन फिक्सिंग के चक्कर में पड़कर इन्होंने अपना करियर बर्बाद कर लिया है और पाकिस्तान क्रिकेट टीम में तेज गेंदबाजों के संकट पर शोएब अख्तर ने अपनी बात रखी है। शोएब अख्तर ने एक इंटरव्यू में कहा कि "वह पाकिस्तान के युवाओं को सिखाना चाहते हैं कि कैसे तेज गेंदबाज बनें सकते हैं।

शोएब ने बताया कि "पाक युवा वे जिम पर बहुत अधिक ध्यान केंद्रित कर रहे हैं, लेकिन जब भी मुझे मौका मिलेगा, हम उन्हें सिखाएंगे कि क्या करना है, एक तेज गेंदबाज क्या है, और कैसे बनना है "। अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में 444  विकेट लेने वाले 45 वर्षीय अख्तर ने कहा कि एक तेज गेंदबाज को पनपने के लिए एक खास तरह के रवैये की जरूरत होती है। अख्तर ने बताया कि “ हर एक चीज रवैये के साथ आती है। जब प्रतिभा और सही रवैया होगा, तो जाहिर है आप जगह पर जाएंगे ”।