CBSE की प्रायोगिक परीक्षा (practical exam) के बहाने उत्तर प्रदेश के मुजफ्फरनगर में कक्षा 10 की लड़कियों को स्कूल बुलाया गया और रात भर रुकने को कहा गया। रिपोर्ट्स के मुताबिक, छात्राओं को कथित तौर पर नशीला युक्त खाना खिलाया गया और फिर स्कूल के शिक्षक ने उनके साथ छेड़छाड़ (molested) की। वे अगले दिन पुरकाज़ी इलाके के एक निजी स्कूल से घर लौटे।

लड़कियों (Girl) को कथित तौर पर धमकी दी गई थी कि अगर उन्होंने किसी को कुछ नहीं बताया तो उन्हें जान से मार दिया जाएगा। रिकॉर्ड के मुताबिक लड़कियां बेहद बेसहारा घरों से आती हैं। दो पीड़ितों के माता-पिता जब पुरकाजी विधायक प्रमोद उत्वाल (MLA Pramod Utwal) पहुंचे तो उन्होंने वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक (Senior Superintendent) अभिषेक यादव से संपर्क किया, जिन्होंने जांच शुरू की।परिजनों ने बताया कि कई बार प्रथमिकता दर्ज कराई गई लेकिन किसी तरह का कोई एक्शन नहीं लिया गया। इस मामले में कथित लापरवाही के लिए पुरकाजी थाना प्रभारी विनोद कुमार सिंह (Vinod Kumar Singh) से विभागीय जांच कराई गई है। एक प्रमुख समाचार पत्र के अनुसार, "मामले में कार्रवाई शुरू करने में ढिलाई के कारण उन्हें पुलिस लाइन में लाया गया था।"