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केंद्रीय सड़क परिवहन मंत्री नितिन गडकरी (Nitin Gadkari) ने उत्तर प्रदेश में सात ग्रीनफील्ड एक्सप्रेस (Seven greenfield expressways) बनाए जाने की घोषणा की है। उन्होंने कहा कि अगले पांच सालों में यूपी को पांच लाख करोड़ रुपये सड़क बनाने के लिए देंगे। गडकरी बुधवार को प्रदेश के कानपुर, लखनऊ व प्रयागराज को केंद्र में रखकर 26778 करोड़ रुपये की लागत से 821 किमी राष्ट्रीय राजमार्गों का लोकार्पण, शिलान्यास व निर्माण कार्य का शुभारंभ कर रहे थे। लखनऊ में अमौसी मेट्रो के निकट आयोजित लोकार्पण व शिलान्यास समारोह में केंद्रीय रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह (Union Defense Minister Rajnath Singh) व मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ (Yogi Adityanath) की मौजूदगी में केंद्रीय सड़क परिवहन मंत्री ने कहा कि यूपी में सात नए ग्रीनफील्ड एक्सप्रेसवे बनाए जा रहे हैं।
योगी की कर्मभूमि गोरखपुर से सिलीगुड़ी (बंगाल) तक ग्रीनफील्ड एक्सेस कंट्रोल एक्सप्रेस हाईवे की घोषणा करते हुए उन्होंने कहा कि यह एक्सप्रेस हाईवे गोरखपुर बाईपास से बिहार होकर सिलीगुड़ी जाएगा। 519 किलोमीटर लंबा यह एक्सप्रेसवे 32 हजार करोड़ रुपये में तैयार होगा। इसका कार्य 6 महीने में शुरू हो जाएगा। यह एक्सप्रेसवे (expressway in UP) यूपी, बिहार, बंगाल के पिछड़े क्षेत्रो से गुजरेगा। उत्तर प्रदेश में इसकी लंबाई 84 किलोमीटर, बिहार में 416 किलोमीटर, बंगाल में 18 किलोमीटर होगी, इसकी डीपीआर सितंबर 2022 में पूरी हो जाएगी।
इसी क्रम में उन्होंने इटावा से कोटा तक उत्तर प्रदेश, मध्य प्रदेश, राजस्थान को जोडऩे के लिए चंबल एक्सप्रेसवे की घोषणा की। साथ ही कहा कि वाराणसी-कोलकाता के ग्रीनफील्ड एक्सप्रेसवे (greenfield expressways) को पूर्वांचल एक्सप्रेसवे से जोड़ने का कार्य किया जाएगा। गाजीपुर से 5 हजार करोड़ की लागत से 30 किलोमीटर एलिवेटेड रोड बनाकर वाराणसी-कोलकाता एक्सप्रेसवे से जोड़ा जाएगा। गडकरी ने कहा कि लखनऊ से कानपुर हाईवे का काम दिसंबर 2022 से शुरू हो जाएगा, कानपुर शुक्लागंज से लखनऊ रिंग रोड में जुड़ेगा। चंबल एक्सप्रेस वे 8 हजार करोड़ की लागत से 358 किलोमीटर लम्बा इटावा से शुरू होकर, श्योपुर मध्यप्रदेश के साथ भिंड मुरैना से होकर कोटा जाएगा। यह एक्सप्रेसवे दिल्ली, मुम्बई कॉरिडोर से जुड़ेगा।
गडकरी (Nitin Gadkari) ने कहा कि हम लोग यूपी में 18 बाईपास का निर्माण कर रहे हैं। इसी के साथ 22 नए बाईपास की घोषणा भी की जा रही है जो 11 हजार करोड़ की लागत से बनेंगे। इससे लोगों को ट्रैफिक जाम से मुक्ति मिलेगी। ये सारे काम अगले 4 से 6 महीने में शुरू हो जाएंगे। केंद्रीय सड़क परिवहन मंत्री ने कहा कि जो लोग उत्तर प्रदेश में कानून को अपने हाथ में लेते थे, ऐसे लोगों को योगी जी ने बुलडोजर से उखाड़ कर फेंक दिया है। गडकरी ने कहा कि रक्षामंत्री राजनाथ सिंह ने एनएच 27 पर मटियारी फ्लाईओवर को शहीद पथ से जोडऩे की मांग की थी। लखनऊ रिंग रोड दिसंबर 2022 तक बन जाने से ट्रैफिक कम हो जाएगा। इसके साथ ही उन्होंने रक्षामंत्री के सुझाव पर शहीद पथ के प्रस्ताव को स्वीकार करने की घोषणा की।
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