प्रधानमंत्री के काफिले में एक बड़ी सुरक्षा चूक (Security lapse hits Modi Ferozepur visit) के बाद, कांग्रेस ने कई घटनाओं पर प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए कहा कि प्रधानमंत्री की सुरक्षा सर्वोपरि है और पंजाब सरकार ने पूरे मामले की जांच शुरू कर दी है। कांग्रेस प्रवक्ता गौरव वल्लभ (Gaurav Vallabh) ने रिपोर्टों पर प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए कहा, हमने दो नेताओं को खो दिया है और हम जानते हैं कि सुरक्षा प्रधानमंत्री का सबसे महत्वपूर्ण मुद्दा है।

कांग्रेस सूत्रों ने कहा कि कार्यक्रम में अंतिम समय में बदलाव या एमएचए द्वारा राज्य सरकार को देर से दी गई सूचना के कारण चूक हुई हो सकती है और यह रिपोर्ट द्वारा पता लगाया जाएगा। प्रधानमंत्री का सुरक्षा उल्लंघन अक्षम्य है और पंजाब सरकार (punjab government) ने अधिकारियों से रिपोर्ट मांगी है। वल्लभ ने कहा कि प्रधानमंत्री को हेलिकॉप्टर से उड़ान भरनी थी, लेकिन कार्यक्रम को अंतिम समय में बदल दिया गया था, इसलिए रिपोर्ट यह पता लगाएगी कि क्या यह गृह मंत्रालय या राज्य के अधिकारियों की ओर से कोई चूक थी।

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बुधवार को सुरक्षा में चूक के कारण अंतिम समय में पंजाब के फिरोजपुर शहर की अपनी यात्रा रद्द (Modi Ferozepur visit) कर दी, जहां उन्हें 42,750 करोड़ रुपये की परियोजनाओं का शिलान्यास करना था।इससे पहले, प्रधानमंत्री बठिंडा शहर के भैसियाना वायु सेना स्टेशन (Bhasiana Air Force Station) पर उतरे, जहां से उन्हें सडक़ मार्ग से फिरोजपुर जाना था। पीएम मोदी की पंजाब यात्रा पर गृह मंत्रालय के बयान के अनुसार, पीएम नरेंद्र मोदी आज (बुधवार) सुबह बठिंडा पहुंचे, जहां से वे हेलीकॉप्टर से हुसैनीवाला स्थित राष्ट्रीय शहीद स्मारक जाने वाले थे। बारिश और खराब ²श्यता के कारण प्रधानमंत्री ने करीब 20 मिनट तक मौसम साफ होने का इंतजार किया। जब मौसम में सुधार नहीं हुआ तो निर्णय लिया गया कि प्रधानमंत्री सड़क मार्ग से राष्ट्रीय शहीद स्मारक जाएंगे, जिसमें दो घंटे से अधिक समय लगेगा। डीजीपी पंजाब पुलिस (DGP Punjab Police) द्वारा आवश्यक सुरक्षा प्रबंधों की आवश्यक पुष्टि के बाद प्रधानमंत्री सडक़ मार्ग से यात्रा के लिए रवाना हुए।

बयान में आगे कहा गया है, हुसैनीवाला स्थित राष्ट्रीय शहीद स्मारक से करीब 30 किलोमीटर की दूरी पर, जब प्रधानमंत्री का काफिला एक फ्लाईओवर पर पहुंचा तो पाया गया कि कुछ प्रदर्शनकारियों ने सड़क को अवरुद्ध कर दिया है। एमएचए ने कहा, प्रधानमंत्री 15-20 मिनट तक फ्लाईओवर पर फंसे रहे। यह प्रधानमंत्री की सुरक्षा में एक बड़ी चूक (Security lapse hits Modi Ferozepur visit) थी। बयान के अनुसार, प्रधानमंत्री के कार्यक्रम और यात्रा की योजना के बारे में पंजाब सरकार को पहले ही जानकारी दे दी गई थी। प्रक्रिया के अनुसार, उन्हें लॉजिस्टिक्स व सुरक्षा के साथ-साथ आकस्मिक योजना को तैयार रखते हुए इस संबंध में आवश्यक व्यवस्था करनी होती है। आकस्मिक योजना को ध्यान में रखते हुए, पंजाब सरकार को सडक़ मार्ग से किसी भी यात्रा को सुरक्षित रखने के लिए अतिरिक्त सुरक्षा तैनात करनी चाहिए थी, जिनकी स्पष्ट रूप से तैनाती नहीं की गई थी। इस सुरक्षा चूक के बाद, बठिंडा हवाई अड्डे पर वापस लौटने का निर्णय लिया गया। गृह मंत्रालय ने इस गंभीर सुरक्षा चूक का संज्ञान लेते हुए राज्य सरकार से विस्तृत रिपोर्ट मांगी है। राज्य सरकार को इस चूक की जिम्मेदारी तय करने और सख्त कार्रवाई करने के लिए भी कहा गया है।