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रिपोर्ट के अनुसार गिरती जन्म दर को बचाने के लिए चीन के नौ कॉलेजों ने एक अनूठी योजना पेश की है और अपने छात्रों को 'प्यार में पड़ने' के लिए एक सप्ताह का समय दे रहे हैं। एनबीसी न्यूज की एक रिपोर्ट के मुताबिक नौ कॉलेजों में से एक, मियांयांग फ्लाइंग वोकेशनल कॉलेज ने पहली बार 21 मार्च को अपने स्प्रिंग ब्रेक के ऐलान किया है। जिसमें रोमांस पर खास तौर पर ध्यान दिया गया है।
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1 अप्रैल से 7 अप्रैल तक छात्रों को छुट्टी दी जाती है ताकि वे "कुदरत से प्रेम करना, जीवन से प्रेम करना सीखें और बसंत की छुट्टियों का आनंद लेते हुए प्रेम का आनंद लें।" मियायांग फ्लाइंग वोकेशनल कॉलेज के डिप्टी डीन ने एक बयान में कहा,"मुझे उम्मीद है कि छात्र हरे पानी और हरे पहाड़ों को देखने जा सकते हैं और वसंत की सांस को महसूस कर सकते हैं। यह न केवल छात्रों के दिमाग को बढ़ाएगा बल्कि उनकी भावनाओं को विकसित करेगा, साथ ही कक्षा में स्टडी कंटेंट को और खुशहाल करेगा।
कॉलेजों ने यह कदम घटती जन्म दर को बढ़ावा देने की एक कोशिश है। एक्सपर्ट्स का कहना है कि वे जो सबसे अच्छा कर सकते हैं, उन्होंने किया। 1980 और 2015 के बीच लागू की गई एक-बच्चे की नीति की वजह से चीन ने अपने लिए एक बड़ा जनसांख्यिकीय मसला खड़ा कर लिया है। पिछले साल चीन की जन्म दर 2021 में 7.52 जन्म से प्रति 1,000 लोगों पर 6.77 जन्म तक गिर गई, जो रिकॉर्ड पर सबसे कम है।
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2021 में, चीन ने सीमा बढ़ाकर तीन कर दी, लेकिन घर में रहने के दौरान भी, COVID समय के दौरान, जोड़े बच्चे पैदा करने से हिचक रहे थे। महिलाओं को अपने बच्चों का रजिस्ट्रेशन करने के लिए कानूनी रूप से विवाहित होने की आवश्यकता को भी हटा दिया गया है।
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