कोरोना वायरस के केसेज में गिरावट के चलते देश के अधिकतर राज्‍यों ने बच्‍चों के लिए स्‍कूलों के दरवाजे खोल दिए हैं। ऑफलाइन क्‍लासेज न चलने से पढ़ाई पर असर पड़ रहा है, पैरंट्स और टीचर्स ऐसी शिकायतें कर रहे थे। सीनियर क्‍लासेज के स्‍कूल ज्‍यादातर जगह खुल चुके हैं, अब कुछ राज्‍य प्राइमरी के स्‍कूल भी खोल रहे हैं। सोमवार (16 अगस्‍त) को उत्‍तर प्रदेश में कक्षा 9 से 12 के स्‍कूल खुले। वहीं, बिहार में कक्षा 1 से 8 तक के स्‍टूडेंट्स लंबे समय बाद स्‍कूल पहुंचे। आंध्र प्रदेश में भी आज से स्‍कूल खोल दिए गए हैं।

मार्च में बंद होने के बाद उत्‍तर प्रदेश के स्‍कूल सोमवार को फिर से खुले। प्रशासन सतर्क है ओर 60 जिलों में इंस्‍पेक्‍शन और मॉन‍टरिंग के लिए 60 अधिकारियों को जिम्‍मा सौंपा गया है। शाम तक अधिकारी अपनी रिपोर्ट्स सौंपेंगे।

सरकारी आदेश के अनुसार, कक्षा 9 से 12 तक के स्‍कूल सोमवार से शुक्रवार तक खुल सकते हैं। दो शिफ्ट में बच्‍चे बुलाए जाएंगे, 50% कैपेसिटी के साथ।

बिहार में करीब डेढ़ साल के बाद कक्षा 1 से 8 तक के स्‍कूल खुले हैं। पटना के एक स्‍कूल में 7वीं कक्षा में पढ़ने वाली उल्‍फत ने न्‍यूज एजेंसी ANI से कहा, "मैं स्‍कूल लौटकर खुश हूं। घर पर मन नहीं लगता था, बोर हो गई थी। अब मैं ठीक से पढ़ सकती हूं और दोस्‍तों से भी मिल पाऊंगी।" राज्‍य में कक्षा 9 से 12 तक के स्‍कूल खोलने की घोषणा 7 अगस्‍त को हुई थी।

आंध्र प्रदेश में भी मार्च में बंद किए जाने के बाद अब स्‍कूल खोले गए हैं। मुख्‍यमंत्री वाईएस जगह ने स्‍कूल खोलने का फैसला 23 जुलाई को किया। ऑनलाइन क्‍लासेज चलती रहेंगी। सभी कोविड गाइडलाइंस का पालन करना जरूरी होगा।

तेलंगाना सरकार 1 सितंबर से स्‍कूल खोलने की सोच रही है। पहले 1 जुलाई से स्‍कूल खोलने की तैयारी थी मगर पैरंट्स और टीचर्स ने कड़ा विरोध किया।

कर्नाटक में कक्षा 9 से 12 तक के स्‍टूडेंट्स की खातिर अगले हफ्ते से स्‍कूल खुल जाएंगे। मुख्‍यमंत्री बसावराम बोम्‍मई इस बारे में फैसला किया। उन्‍होंने बताया कि 23 जुलाई से स्‍कूल ऑफलाइन क्‍लासेज लगा सकते हैं।