उत्तर प्रदेश में अब एक सारस को लेकर पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव योगी सरकार से भिड़ने के लिए तैयार हैं। दरअसल कुछ समय पहले अमेठी के आरिफ सोशल मीडिया पर उस वक्त वायरल हो गए थे, जब उनके और सारस की दोस्ती के कुछ वीडियोज सामने आए थे। इसके बाद खुद अखिलेश यादव ने आरिफ और सारस से मुलाकात की थी। 

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इसके बाद इसके बाद वन विभाग की टीम ने अपर प्रधान मुख्य वन संरक्षक के निर्देश पर सारस को समसपुर पक्षी विहार ले जाकर संरक्षित कर दिया था। हालांकि आरिफ के बिना सारस का यह मन नहीं लगा। बीते 3 दिनों से पक्षी विहार के अंदर सारस को नहीं देखा गया। इसके बाद पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने ट्वीट करके कहा कि यूपी वन-विभाग द्वारा अमेठी से जबरदस्ती ले जाकर रायबरेली के समसपुर पक्षी विहार में छोड़ा गया बहुचर्चित सारस अब लापता है। यूपी के राज्य-पक्षी के प्रति ऐसी सरकारी लापरवाही एक गंभीर विषय है। भाजपा सरकार तत्काल सारस खोजे, नहीं तो पूरी दुनिया के पक्षी-प्रेमी आंदोलन करेंगे. शर्मनाक! हालांकि इसके बाद यादव ने एक और ट्वीट करके योगी सरकार को घेरा था। 

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आपको बता दें कि करीब एक साल पहले आरिफ को सारस घायल अवस्था में मिला था। इसके बाद आरिफ ने इसकी जान बचाई। पिछले एक साल से सारस आरिफ और उनके परिवार के साथ रह रहा था। सारस हर जगह आरिफ का साये की तरह पीछा करता था। आरिफ के परिवार के सभी लोग सारस को परिवार के सदस्य की तरह दुलार करते हैं। वहीं वन विभाग का कहना है कि जब सारस को आरिफ से अलग किया गया और गाड़ी में रखा गया तो उस समय सारस में कोई ऐसी गतिविधि नहीं हुई, जो आरिफ के प्रति प्रदर्शित करती हो। पक्षी विहार में भी छोड़ने पर उसने आरिफ के प्रति कोई प्रेम नहीं दिखाया। सारस के जाने के बाद आरिफ के भाई ने बताया था कि सारस के जाने से हम लोगों को बहुत दुख है, इतना दुख है कि हम लोग बता नहीं सकते।